चुनाव आयोग के निर्देश पर तृणमूल कांग्रेस के विवादास्पद नेता व बीरभूम जिले के अध्यक्ष अणुब्रत मंडल की शनिवार से चौबीसों घंटे निगरानी शुरू हो गई। इसके लिए एक स्थानीय मजिस्ट्रेट की निगरानी में केंद्रीय बलों के जवान मंडल के घर के बाहर तैनात कर दिए गए। ये जवान हमेशा उनके साथ रहेंगे। इसके अलावा मंडल की गतिविधियों की वीडियो रेकॉर्डिंग भी शुरू हो गई है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि डिप्टी मजिस्ट्रेट मृन्मय दास सुबह लगभग आठ बजे मंडल के घर पहुंच गए थे। केंद्रीय बलों के 10 जवानों को मंडल के घर के बाहर तैनात कर दिया है। इसके अलावा एक स्थानीय वीडियोग्राफर को भी टीम में रखा गया है।

दास ने पत्रकारों को बताया कि वे जिलाशासक के निर्देश पर काम कर रहे हैं।दूसरी ओर, आयोग के निर्देश के बावजूद मंडल के माथे पर कोई शिकन नहीं नजर आई। रविवार होने वाले मतदान से पहले उन्होंने शनिवार दिन भर जिले के सभी 11 विधानसभा क्षेत्रों में तृणमूल कांग्रेस के दफ्तरों का दौरा किया। रवाना होने से पहले घर पर पत्रकारों से बातचीत में मंडल ने कहा कि वे तमाम क्षेत्रों में जाकर अपने कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। आयोग के निर्देश से उनको कोई परेशानी नहीं है। चुनाव प्रचार तो शुक्रवार ही खत्म हो गया।

यहां चुनावी तैयारियों का जायजा लेने आए मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने इसी हफ्ते कहा था कि मंडल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। उसके बाद शुक्रवार उन्होंने मुख्य चुनाव अधिकारी सुनील गुप्ता को मंडल की गतिविधियों पर चौबीसों घंटे निगरानी रखने और उनकी हर गतिविधि का वीडियो बनाने का निर्देश दिया था। इससे पहले भाजपा की एक महिला उम्मीदवार के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के आरोप के बाद आयोग ने 12 अप्रैल को मंडल की निंदा करते हुए उनसे भविष्य में एहतियात बरतने को कहा था। लेकिन उसके बाद भी मंडल के खिलाफ आयोग को नियमित शिकायतें मिल रही थीं। इससे पहले भी चुनाव आयोग कई बार मंडल को कारण बताओ नोटिस दे चुका है।