Clash between TMC and BJP supporters: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पूर्वी मेदिनीपुर जिले (Eastern Modinipur District) में सहकारी समिति के चुनाव के दौरान शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस (Trinmool Congress और भाजपा (BJP) के समर्थकों के बीच हुई झड़प में कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि झड़प तब हुई जब नंदीग्राम में भेकुटिया कृषि सहकारी समिति के शासी निकाय के लिए चुनाव हो रहा था। पुलिस ने दोनों पक्षों के समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग भी किया। पुलिस का कहना है कि इसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई और मतदान ठीक से हुआ। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

चुनाव में जीती टीएमसी

मेदिनीपुर जिले में सहकारी समिति के चुनाव में सभी 12 सीट पर टीएमसी समर्थित उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। भाजपा ने आरोप लगाया कि चुनाव के लिए बनाए गए उसके कार्यालय में परिणाम घोषित होने के बाद तोड़फोड़ की गई। खास बात है कि नंदीग्राम से ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी (Shubhendu Adhikari) ने हरा दिया था। टीएमसी इससे काफी आहत है। ममता बनर्जी ने अपने चुनाव को अदालत में चुनौती भी दी थी। फिलहाल शुभेंदु को टीएमसी सबसे बड़ा दुश्मन मानती है। वो पहले तृणमूल में थे और ममता बनर्जी के खासमखास माने जाते थे।

शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम से पहली बार 2016 में विधायक बने थे। उस समय वो तृणमूल में थे। 2021 के विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले उन्होंने तृणमूल छोड़कर भाजपा जॉइन कर ली। इस चुनाव में शुभेंदु ने ममता को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी। हालांकि ममता बनर्जी बाद में दूसरी सीट से विधानसभा चुनाव जीत गईं, लेकिन नंदीग्राम सीट TMC के हाथ से निकल गई। उसके बाद से शुभेंदु और टीएमसी के बीच नंदीग्राम में वर्चस्व को लेकर होड़ चल रही है।

असेंबली चुनाव में टीएमसी की जीत के बाद बीजेपी में जाने वाले तमाम नेता वापस लौटकर ममता के पास आ गए। मुकुल रॉय जैसे दिग्गजों ने भी बीजेपी से किनारा कर लिया था, लेकिन शुभेंदु लगातार मैदान में डटे हुए हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि जब बीजेपी की सरकार बंगाल में बनी तब बुलडोजर यूपी की तर्ज पर चलेगा।