देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में कुछ बदमाशों ने एक पत्रकार की दिनदहाड़े हत्या कर दी। विक्रम जोशी नाम के इस पत्रकार को कुछ बदमाशों ने सिर में गोली मार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इस घटना से लोगों में गुस्सा है और सोशल मीडिया पर लोग उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे है।
इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए अनुराग धानदा नाम के यूजर ने लिखा “इस आदमी को सरेआम सिर में गोली मार दी गई, पता है क्यों? क्योंकि इसने अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ करने वालों की यूपी पुलिस से शिकायत की थी| इस बार यूपी का गाजियाबाद शहर है पर कहानी वही है…. पुलिस, गुंडे और वो|” अनुराग के इस ट्वीट को शेयर करते हुए वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी ने लिखा “और ये शख़्स हैं पत्रकार विक्रम जोशी, जिन्होंने चार दिन पहले कुछ लड़कों के ख़िलाफ़ भांजी के साथ छेड़खानी की FIR कराई थी। वो लड़के तो गिरफ़्तार नहीं हुए लेकिन विक्रम को गोली मार दी गई। वो भी बेटी के सामने। वीडियो में बेटी भी दिख रही है। बात जंगलराज से बहुत आगे बढ़ चुकी है।”
कापड़ी के इस ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा “यह भाजपा का रामराज्य है जहाँ पुलिस और सरकार से मदद मांगने वालों को गोली मारदी जाती है, और अधिकारियों व नेताओं को बचाने के किये आत्मसमर्पण किये हुए गुन्हेगार का फ़र्ज़ी एनकाउंटर।व 2 दिन पूर्व की बिहाता की जेल मिलती है।” अशोक शर्मा नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा “यह तो हद ही है! क़ानून का कोई डर नहीं! ये कैसा समाज बनते जा रहा है? लेकिन इतना तो पक्का है की एंकाउंटर हल नहीं है!शॉर्टकट छोड़ कर न्यायव्यवस्था को मजबूत करें और क़ानून का राज्य स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हो जायें! समय लगेगा किंतु शांति व्यवस्था अवश्य स्थापित होगी!” वहीं एक ने लिखा “सर जी इंस्पेक्टर सुबोध का हत्यारा सम्मानित किया गया है। सोच सकते हैं गुंडो को खुली छूट दी जा चुकी है क्योंकि यही गुंडे सरकार का भी काम करते हैं। यहा तक पुलिस से भी गुंडो का ही काम कराया जा रहा है। आप जिन्दा है यही विकास समझें!”
बता दें पत्रकार विक्रम जोशी के भाई अनिकेत के मुताबिक रविवार की रात करीब 10:30 बजे उनका भाई अपनी दो बेटियों के साथ बाइक से घर जा रहे थे। माता कॉलोनी में अग्रवाल स्वीट्स के पास छोटू पुत्र कमालुद्दीन, आकाश विहारी और रवि पुत्र मातादीन अपने कुछ साथियों के साथ आए और उनके भाई के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद आरोपियों में से छोटू ने तमंचा निकालकर विक्रम के सिर में गोली मार दी। गोली लगने से उनका भाई लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गए। आनन फानन में उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां मंगलवार देर रात उनकी मौत हो गई।