उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान तीसरे दिन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार के कई दावों को खारिज करते हुए कुछ आंकड़े पेश किए। इसमें उन्होंने बताया कि शिक्षा के मामले में यूपी देश में नीचे से चौथे नंबर पर है, जबकि मिड डे मील घोटाले में आगे है। अपना पक्ष रखते हुए सपा सुप्रीमो ने एक्सप्रेस वे को लेकर ऐसी बात कही कि सदन में मौजूद मुख्यमंत्री समेत सभी की हंसी छूट गई।
उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेस वे के एलाइनमेंट में माननीय मंत्री जी ने उसको पहले सीधे अपने शाहजहांपुर की ओर ले गए और फिर उसे वापस ला रहे हैं। उन्होंने पूछा कि यह कैसा एलाइनमेंट है। इस पर सबको हंसी आ गई। अखिलेश यादव ने कहा कि मंत्री जी अपने लिए अलग से एक कट निकाल लेते, उसमें कोई दिक्कत नहीं होती, ये सीधे जाकर वापस आने का एलाइनमेंट अनुचित है।
कहा कि “नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों में महिला अपराध सबसे ज्यादा यूपी में हो रहे हैं। हत्या के केसों में अगर कोई सबसे आगे है तो उत्तर प्रदेश है। दलितों के खिलाफ अत्याचार में सबसे आगे यूपी है।” बोले कि आर्थिक अपराधों में कोई सबसे आगे दिख रहा है तो वह उत्तर प्रदेश है। कहा कि पुलिस पर कोई अंकुश नहीं है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार अपने विकास के नाम पर समाजवादी पार्टी द्वारा कराए गए कार्यों को ही अपने नाम से जोड़ लेती है। इसका श्रेय खुद ले लेती है। अपनी-अपनी बात रखते-रखते अखिलेश यादव ने समय का ध्यान नहीं रखा। वे एक घंटे से ज्यादा समय तक भाषण देते रहे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें याद दिलाया कि समय ज्यादा ले लिए हैं।
इस दौरान उन्होंने आजम खान पर भी बोला। उन्होंने कहा, “किसी भी पोलिटिकल लीडर पर इतने मुकदमे नहीं होंगे जितने आजम खान पर लादे गए। जिस सरकार को न्याय देना चाहिए वो फर्जी गवाह बनाकर मुकदमे लाद रही है।”
जातीय जनगणना की चर्चा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि अगर समाजवादियों की सरकार बनी तो तीन महीने में जातीय जनगणना करवाएंगे। सरकार के पास बड़े-बड़े डेटा सेंटर है तो पता चलना चाहिए कि कौन किस जाति का है, इसमें कोई बुराई नहीं है।