Shiv sena vs Shiv Sena: महाराष्ट्र में शिवसेना के दो गुटों के बीच तनातनी जारी है। ताजा मामला मुंबई के दादर इलाके का है जहां उद्धव ठाकरे गुट और सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के समर्थक आपस में भिड़ गए। एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर एकनाथ शिंदे गुट के समर्थकों और उद्धव ठाकरे गुट के समर्थकों के बीच झड़प के बाद पुलिस ने उद्धव ठाकरे गुट के 5 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। मुंबई पुलिस के एक बयान के मुताबिक, इस मामले में 30 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किया गया है।

वहीं, पुलिस की इस कार्रवाई को उद्धव गुट ने एकतरफा बताया है। दादर पुलिस स्टेशन में उद्धव गुट और शिंदे गुट के कई नेता इकट्ठा हो गए। दादर में हुई झड़प के मामले पर एकनाथ शिंदे गुट के विधायक सदा सरवनकर और उनके लोग बीती रात दादर पुलिस स्टेशन पहुंचे और उन्होंने उद्धव गुट के लोगों पर मामला दर्ज करवाया। जबकि, उद्धव ठाकरे गुट के एमएलसी सुनील शिंदे ने सदा सरवनकर पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

शिवसेना पर अधिकार की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुकी है जहां इस मामले में सुनवाई चल रही है। इस बीच, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिव सेना और सीएम शिंदे गुट की याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बीच महा विकास अघाड़ी के सहयोगियों ने रविवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सीजेआई यूयू ललित के साथ मंच साझा करने पर सवाल उठाए हैं।

जयंत पाटिल ने उठाए सवाल

एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने ट्वीट कर कहा, “एकनाथ शिंदे सरकार की वैधता को चुनौती देने के एक गंभीर मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ कर रही है। ऐसे मामले में, यह अनुचित है कि शिंदे भारत के मुख्य न्यायाधीश के साथ मंच साझा कर रहे हैं। यह प्रोटोकॉल के मुताबिक नहीं है।” सीजेआई ललित को शनिवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया, जहां केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू मौजूद थे। इस मौके पर महाराष्ट्र के सीएम शिंदे भी मौजूद रहे, जिसको लेकर पाटिल ने सवाल उठाया है।