महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता उद्धव ठाकरे और राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच टकराव खत्म नहीं हो रहा है। उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी नजर नागपुर के आरएसएस (RSS) कार्यालय पर लगी है। इतना ही नहीं उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत को इनसे सतर्क रहने की सलाह तक दे डाली। कहा शिंदे गुट की संघ कार्यालय पर ‘‘बुरी नजर’’ है और वे उस पर कब्जा कर सकते हैं।

सीएम और डिप्टी सीएम नागपुर दौरे में संघ कार्यालय गये थे

शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नागपुर के रेशमबाग इलाके में आरएसएस संस्थापक डॉ. के.बी. हेडगेवार के स्मारक ‘हेडगेवार स्मृति मंदिर’ का दौरा करने के थोड़ी देर बाद ठाकरे ने यह बयान दिया। दोनों नेता अपने नागपुर दौरे के दौरान डॉ. हेडगेवार और आरएसएस विचारक एम.एस. गोलवलकर के स्मारकों पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वे संघ के पदाधिकारियों से भी मिले।

ठाकरे ने कहा जो बना नहीं सकते वे ‘चुराने’ का सहारा लेते हैं

ठाकरे ने शिंदे पर हमला बोलते हुए यह भी कहा कि जिनमें कुछ भी बनाने का साहस नहीं होता है, वे ‘‘चुराने और हथियाने’’ का सहारा लेते हैं। ठाकरे और शिंदे गुटों के बीच बुधवार शाम दक्षिण मुंबई में बृहन्मुंबई महानगरपालिक (बीएमसी) मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय में तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस के हस्तक्षेप करने तक परिसर में एक घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही।

नागपुर में विधान भवन परिसर में प्रेस वार्ता के दौरान उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया, ‘‘कल, उन्होंने मुंबई में हमारे बीएमसी कार्यालय पर कब्जा करने की कोशिश की। आज वे आरएसएस कार्यालय गए। चूंकि आरएसएस मजबूत है, इसलिए वे इसके कार्यालय पर कब्जा नहीं कर सके। लेकिन, आरएसएस को अब से सतर्क रहने की जरूरत है…उनकी (शिंदे) बुरी नजर है।’’

उद्धव ने राज्यपाल कोश्यारी से भी इस्तीफा मांगा

ठाकरे ने महाराष्ट्र के नायकों का ‘‘अपमान’’ करने के लिए राज्यपाल बी.एस. कोश्यारी के इस्तीफे की भी मांग की। उन्होंने पूछा, ‘‘छत्रपति शिवाजी महाराज, सावित्रीबाई फुले और महात्मा फुले का अपमान करने वाला व्यक्ति पद पर कैसे बना रह सकता है?’’ ठाकरे की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने उन पर ‘‘गिरगिट से भी जल्दी रंग बदलने’’ का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री पर ठाकरे के बयान से दुखी हैं, और कहा कि शिवसेना नेता शिंदे की रेशमबाग यात्रा को ‘‘पचा’’ नहीं पा रहे।

भाजपा नेता ने कहा कि ठाकरे ने अतीत में कई बार कहा था कि डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर एक ऐसी जगह है जहां से प्रेरणा मिलती है। बावनकुले ने कहा, ‘‘वह सत्ता के लिए गिरगिट से ज्यादा रंग बदलता है।’’ प्रेस वार्ता के दौरान ठाकरे ने कर्नाटक के एक मंत्री के उस बयान पर भी भाजपा की खिंचाई की कि मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया जाना चाहिए। कर्नाटक में विवादित क्षेत्र को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के लिए उच्चतम न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दायर करने की अपनी मांग को दोहराते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई को तोड़कर इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाने की भाजपा की साजिश का उसके मंत्री ने खुलासा कर दिया है।’’