शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा है कि हनुमान चालीसा विवाद में अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा तो एक प्यादा हैं। अभी-अभी रामभक्त बनीं हैं, उनके पीछे कई और लोग खेल रहे हैं। एबीपी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन पर हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर राजद्रोह नहीं लगाया गया है। संजय राउत ने ट्वीट करके आरोप लगाया था कि नवनीत राणा ने दाऊद इब्राहिम के करीबी रहे युसूफ लकड़ावाला से 80 लाख रुपये का लोन लिया था, जिसकी जेल में मौत हो चुकी है।
उन्होंने पूछा कि मातोश्री के सामने आकर हनुमान चालीसा पढ़ने का क्या मतलब है? कहा कि अगर मुंबई में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को कंट्रोल करने के लिए फैसले लिए जाते हैं तो इसमें डरने की बात नहीं है। धमकियां मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई किसी को नहीं धमका रहा है।
राउत बोले, “मैं तो उस वक्त मुंबई में भी नहीं था। जब ये महाभारत चल रहा था, उस दौरान संजय राउत मुंबई में नहीं था। वो एक तो मुख्यमंत्री का नाम ले रही हैं या फिर मेरा नाम लिया जा रहा है। धमकियां उनके और उनके पति की तरफ से दी गईं। नवनीत राणा बोलीं कि मैं मातोश्री में घुसूंगीं, मैं ऐसा करूंगी। मुख्यमंत्री के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल गलत है। यह ठीक वैसा है कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटता है।”
इस बीच, सांसद नवनीत राणा ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर शिवसेना सांसद संजय राउत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। चिट्ठी में उन्होंने कहा, “मैं पिछड़े वर्ग से हूं और चांभार जाति से हूं। ऐसे में संजय राउत बार बार मेरे खिलाफ बोलते हैं और समाचार चैनलों में दिए इंटरव्यू के दौरान मुझे परेशान करते हैं।”
नवनीत राणा ने अपनी शिकायत में लिखा, “मैं अनुसूचित जाति की सदस्य हूं। अमरावती लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था। इसलिए मैंने पहली बार 2014 में शिवसेना के एक उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ा था। मेरे पहले चुनाव के बाद से ही शिवसेना उम्मीदवार, कार्यकर्ता मुझे धमका रहे हैं। मेरी जाति के बारे में झूठे आरोप लगा रहे हैं, क्योंकि मैं चांभार जाति से हूं।”
उधर, सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा की आठ वर्षीय बेटी आरोही राणा ने अपने माता-पिता की जेल से रिहाई के लिए बुधवार 27 अप्रैल को अमरावती स्थित अपने आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ किया। आरोही ने कहा मीडिया से कहा, “मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि मेरे माता-पिता जल्द ही रिहा हो जाएं।”