कोरोना वायरस महामारी को मात देने के लिए केंद्र सरकार ने 16 जनवरी से देशभर में टीकाकरण अभियान को हरी झंडी दे दी है। इस बीच सोमवार (11 जनवरी, 2020) को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने बताया कि भारत सरकार ने कोविड-19 टीके कोविड शील्ड की खरीद के लिए कंपनी से संपर्क किया है। एएनआई के अनुसार SII ने टीके की कीमत भी तय कर दी है। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना टीका 200 रुपए प्रति खुराक के दर से मिलेगा। वहीं न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि टीके की खेप आज से भेजनी शुरू हो जाएगी। भारत सरकार ने 1.1 करोड़ टीके का ऑर्डर दिया है।
बता दें कि ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, एस्ट्राजेनिका के साथ मिलकर पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविड शील्ड वैक्सीन तैयार की है। तीन जनवरी को भारत के ड्रग रेगुलेटर ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित वैक्सीन के इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी थी। इसके साथ ही भारतीय फर्म भारत बायोटेक द्वारा विकसित एक और टीके को मंजूरी दी गई थी। मगर खबर लिखे जाने तक सरकार ने भारत बायोटेक को टीके की खरीद का ऑर्डर नहीं दिया है।
मामले से जुड़े एक अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि वरिष्ठ अधिकारी से हफ्तों से सीएम से टीका खरीदने की शर्तों पर चर्चा कर रहे थे। जिसमें प्रति खुराक की कीमत तीन डॉलर से नीचे लाने की उम्मीद थी। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 टीकाकरण अभियान के बारे में राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ सोमवार को संवाद किया।

बैठक में पीएम मोदी ने कहा- जनप्रतिनिधि तीन करोड़ कोरोना योद्धाओं में शामिल नहीं है, सबसे पहले अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण होगा। पहले चरण में तीन करोड़ कोरोना योद्धाओं, अग्रिम कर्मियों के टीकाकरण का खर्च राज्य नहीं केंद्र वहन करेगा। भारत में निर्मित दो टीकों को पहले ही अनुमति मिल चुकी है, देश में चार और टीके पेश किए जाने पर काम चल रहा है। भारत में मंजूर कोविड-19 से बचाव के दोनों टीके विदेशी टीकों की तुलना में बेहद किफायती हैं और हमारी जरूरतों के अनुरूप इन्हें विकसित किया गया है।
पीएम ने कहा- हमारे वैज्ञानिकों, चिकित्सा विशेषज्ञों ने देश के नागरिकों को असरदार टीका मुहैया कराने के लिए सभी ऐहतियातों का ध्यान रखा है। दुनियाभर में अब तक केवल 2.5 करोड़ लोगों का टीकाकरण हुआ है। हम अगले कुछ महीने में 30 करोड़ नागरिकों को टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लेंगे। राज्यों को सुनिश्चित करना चाहिए कि टीकाकरण के संबंध में किसी भी तरह की अफवाह ना फैले। इसमें सामाजिक, धार्मिक समूहों को शामिल करने की जरूरत होगी। (एनपुट सहित)

