दिल्ली सरकार में मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन (AAP Leader Satyendra Jain) की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कई वीडियो वायरल होने के बाद अब जैन पर आरोप लगा है कि वो जेल के अंदर अपने परिवार और सह आरोपियों से भी मुलाकात करते थे। वहीं इस मामले को लेकर बीजेपी ने उनपर निशाना साधा है।

समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के अनुसार बताया कि जांच में पाया गया कि जेल में बंद दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन ने मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के एक मामले में सह-आरोपी और परिवार के सदस्यों से तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में मुलाकात की। इसके साथ ही पीटीआई के आधिकारिक सूत्र ने यह जानकारी भी दी कि सत्येंद्र जैन ने वीआईपी सुविधाएं पाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया।

वहीं बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला (BJP Shehzad Poonawala) ने इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी और सत्येंद्र जैन पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “इनसाइड तिहाड़- देखो AAP का दरबार, AAP का शिष्टाचार- बचाओ भ्रष्टाचार। गुनाहगार को वीवीआईपी सेवा।”

इसके साथ ही दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना (Delhi LG VK Saxena) द्वारा गठित जांच समिति ने जेल में मंत्री जैन को वीआईपी सुविधाओं के देने पर मंत्री और तत्कालीन जेल महानिदेशक संदीप गोयल के बीच सांठगांठ होने का भी दावा किया।

हालांकि दिल्ली सरकार ने इस जांच कमेटी को ख़ारिज कर दिया है। दिल्ली सरकार के सूत्रों ने बताया कि एलजी के पास इस समिति को गठित करने की कोई शक्ति नहीं थी। सरकार ने कहा कि समिति और इसकी रिपोर्ट अवैध है और एलजी को यह महसूस करना चाहिए कि भारत का एक संविधान है और वह उसी से बंधे हैं।

जैन को मिल रही वीवीआईपी सुविधाओं को लेकर गृह सचिव ने रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जेल नियमों का उल्लंघन करते हुए सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सह-आरोपियों के साथ अपने कमरे में अक्सर मुलाकात करते थे। इन सह-आरोपियों में वैभव जैन, अंकुश जैन के अलावा संजय गुप्ता और रमन भूरारिया शामिल हैं। संजय गुप्ता और रमन भूरारिया प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर अन्य मामलों में भी आरोपी हैं।