पुणे विश्वविद्यालय के ‘खशाबा जाधव क्रीड़ा संकुल’ में तीन किलोमीटर की साड़ी दौड़ में भाग लेने के लिए महिलाएं सज धज कर पहुंची थी। महिलाओं ने साड़ी पहनकर तीन किलोमीटर दौड़ लगाई। इस समय उनका जोश देखने लायक था। इस प्रोग्राम का आयोजन महिलाओं के हेल्थ और फिटनेस को ध्यान में रखकर किया गया था। ताकि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति सर्तक रह सकें। वे अपनी फिटनेस पर ध्यान दे सकें।

करीब 6 हजार महिलाओं ने पंजीकरण कराया था

सामाजिक बंधन तोड़ने के लिए इस इवेंट में करीब 6,000 महिलाओं ने पंजीकरण कराया था। उनमें पिंची जैसे विभिन्न संगठनों की महिलाओं के बड़े समूह शामिल थे। इस दौरान नौवारी साड़ी धाविका मृणाल इनामदार ने कहा, “यह आयोजन सभी आयु वर्ग की महिलाओं को उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए प्रेरित करने के लिए महत्वपूर्ण है”।

असल में महिलाएं हर किसी के जीवन में अलग-अलग महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे भले ही अपने ऊपर ध्यान ना दें मगर पूरे परिवार के हेल्थ का ख्याल रखती हैं। वे अपनी हेल्थ के बारे में सोचती तो हैं मगर उनके पास इतनी जिम्मेदारियां होती हैं कि वे चाहकर भी अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देती हैं। वे कुछ भी कर लें मगर अपनी फिटनेस को प्राथमिकता नहीं दे पाती हैं। इस कारण वे बीमार पड़ती हैं और उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

ऐसे में भारत की महिलाओं को जोड़ने वाली साड़ी से बेहतर ताकत और क्या हो सकती है? साड़ी भारतीय महिलाओं की लाइफ का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह उम्र, जाति, पंथ और सभी तरह की महिलाओं को जोड़ता है। इसलिए ‘साड़ी रन’ उनकी चुनौतियों को समझने और फिटनेस से जोड़ने का एक मंच है।

पांच औऱ शहरों में होगा यह इवेंट

इस साड़ी रन का प्रोग्राम तनीरा साड़ी और बैंगलोर की फिटनेस कंपनी JJAactive के साथ किया गया था। इसके सेंटर पूरे भारत में हैं। जे जे एक्टिव पिछले सात सालों से बैंगलोर में साड़ी रन का आयोजन कर रहा है। ऐसा पहली बार हुआ जब पुणे में साड़ी रन का प्रोग्राम हुआ। खुशी की बात यह है कि यह इवेंट इस साल पांच और शहरों में होने वाला है। उम्मीद है कि इससे महिलाओं का मनोबल बढ़ेगा औऱ वे अपनी सेहत में ध्यान देंगी।