मध्य प्रदेश में उपचुनाव की सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। जहां भाजपा इन चुनावों में ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल कर अपनी सरकार बचाए रखने की कवायद में है, वहीं कांग्रेस एक बार फिर सत्ता पर काबिज होने का सपना देख रही है। इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ है। इसमें वे समाजवादी पार्टी के नेता और ग्वालियर से प्रत्याशी रोशन मिर्जा से उम्मीदवारी वापस लेने के लिए कहते सुने जा सकते हैं। जनसत्ता इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता। लेकिन खुद सपा उम्मीदवार ने इस ऑडियो को सही बताया है।
वायरल ऑडियो पर रोशन मिर्जा ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि दिग्विजय सिंह ने उन्हें फोन किया और उपचुनाव से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के लिए कहा। मिर्जा के मुताबिक, “उन्होंने (दिग्विजय ने) कहा कि वे मुझे पार्षद का टिकट दिलाएंगे। मैंने उनसे कहा कि मैं नाम वापस नहीं लूंगा और चुनाव लड़ूंगा।” मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिर्जा ने यह भी कहा कि उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए 10 लाख रुपए का लालच दिया गया। हालांकि, उन्होंने ऐसा करने वाले नेता का नाम नहीं लिया।
गौरतलब है कि एमपी उपचुनाव से ठीक पहले सपा को तगड़े झटके लगे हैं। हाल ही में मुरैना की अंबाह विधानसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार बंसीलाल जाटव ने नाम वापस लेते हुए भाजपा के साथ जुड़ने का ऐलान किया। उन्हें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सदस्यता दिलाई थी। भाजपा ने अंबाह सीट पर कमलेश जाटव को टिकट दिया है।
कांग्रेस विधायक के भाजपा में शामिल होने पर नाराज हुए थे दिग्विजय: गौरतलब है कि एमपी में 3 नवंबर को उपचुनाव होने हैं। इससे पहले दमोह से विधायक राहुल लोधी के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद पार्टी में हड़कंप मच गया। तब दिग्विजय ने ट्विटर पर लिखा था, “मामा के झोले की काली कमाई में एक और विधायक बिका। लगता है भाजपा में असली भाजपाइयों से अधिक बिके हुए गद्दार कांग्रेसी मामा भर देगा। मुझे उन ईमानदार संघ व भाजपा के कार्यकर्ताओं पर दया आती है जिन्होंने भाजपा को यहां तक पहुंचाया। जयंत मलैया जी कहां हैं?”