बिहार विधानसभा चुनाव  से लालू यादव की पार्टी आरजेडी को एक और झटका लगा है। मंगलवार को विधायक वीरेंद्र कुमार ने राजद का साथ छोड़कर जदयू में शामिल हो गए। चुनावी मौसम में वह सातवें विधायक हैं जो लालू का खेमा छोड़कर नीतीश की पार्टी में शामिल हुए हैं।

पार्टी में शामिल होने के बाद वीरेेंद्र सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के विकास कार्यों से प्रभावति होकर उन्होंने जदयू में शामिल होने का फैसला लिया।बता दें कि इससे पहल 20 अगस्त को राजद के तीन और विधायकों ने पार्टी का दामन छोड़ दिया था। विधायक चंद्रिका राय , जय वर्धन यादव, फराज फातमी  ने भी राजद का साथ छोड़ दिया था। वहीं, 17  अगस्त को  महेश्वर प्रसाद यादव, प्रेमा चौधरी और अशोक  कुमार कुशवाहा ने भी पार्टी छोड़ दी थी। इन तीनों को राजद ने बाहर का रास्ता दिखाया था जिसके बाद इन लोगों ने जदयू का रुख किया था। इनपर पार्टी विरोध गतिविधि में संलिप्त होने का आरोप था।

इससे पहले राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन को तब झटका लगा था जब जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने महागठबंधन से बाहर होने का एलान किया था। महागठबंधन में राजद, कांग्रेस के अलावा, आएलएसपी और मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी शामिल है।

उधर, बिहार चुनाव को लेकर राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बड़ा बयान दिया है।बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का कहना है कि बिहार में गठबंधन की राजनीति एक ‘‘वास्तविकता’’ है तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) इसके त्रिकोण हैं।

इनमें से किसी को इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि वह अपने बूते चुनाव जीतकर सरकार बना सकता है। बिहार भाजपा के कद्दावर नेता मोदी ने  दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सामने राजद के नेतृत्व वाला विपक्षी महागठबंधन दूर-दूर तक नहीं टिकता और अगला विधानसभा चुनाव राजग के सभी घटक दल मिलकर लड़ेंगे और सफलता हासिल करेंगे।