बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने रविवार को ट्वीट के जरिए राज्य सरकार पर निशाना साधा। लालू ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, “बिहार सरकार अपना नैतिक, प्राकृतिक, आर्थिक, तार्किक, मानसिक, शारीरिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, व्यवहारिक, न्यायिक, जनतांत्रिक और संवैधानिक चरित्र और संतुलन पूरी तरह खो चुकी है। लोकलाज तो कभी रही ही नहीं लेकिन जनादेश का तो सम्मान रख लेते।” इसके आगे उन्होंने लिखा, “15 बरस का हिसाब देने में कौनो दिक्कत बा?”

लालू के इस ट्वीट के बाद उन पर तंज कसने वालों की बाढ़ आ गई। उमेश पाठक नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “विडंबना देखिए एक चारा घोटाले में लिप्त साजयाफ्ता व्यक्ति अपने बगैर पढ़े लिखे बेटे को प्रदेश का मुखिया बनाने के लिए कितना आतुर है।” रंजन किशोर मांझी नाम के एक अन्य यूजर ने कहा, “चाचा आप भी तो बिहार में बहुत राज किए है कभी सोचा है मेरे बिहारी भाई बिहार से बाहर क्यों जा रहे है सिर्फ और सिर्फ आपका और नीतीश कुमार का देन है बिहार को बर्बाद करना अगर आप लोग चाहते तो कोई बिहारी नहीं जाता बिहार से बाहर रोजी रोटी के लिए इंडस्टी के लिए वोट मांगे लगाएं बिहार में।”

@BJYMMAHNAR हैंडल से कहा गया कि बिहार के सभी युवा विपक्षी चेहरे हैं कहाँ? कोई खोज खबर नही? कोई बताएगा कहां AC रुम में खो गया। तेजस्वी भगोड़ा है। विकास कुमार नाम के एक व्यक्ति ने कहा, “तेजस्वी जी आपके पिता जी के किए महान कार्यों का परिणाम आज भी जनता भुगत रही है। बिहार को आज भी बदनामी का दंश झेलना पड़ता है जो बदनामी आपके पिताजी के दौर में बिहार को मिली।”

आशा झा नाम की एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “साहब आपने जो बिहार 20 साल में जंगल राज बना दिया उसी का परिणाम है जो हम सबको भुगतना पड़ रहा है, अगर आपने अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाया होता तो ये दिन देखने को नही मिलता।” ट्विटर हैंडल @Bharat47595639 ने लालू पर तंज कसते हुए कहा, “मोदी खोज रहा है तुमको, बुझो काहे?”

गौरतलब है कि बिहार में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। ऐसे में राजद समेत कई विपक्षी पार्टियों ने जदयू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजद नेता तेजस्वी यादव भी सरकार पर लगातार हमला करते रहे हैं। हाल ही में विपक्ष ने कोरोना के संवेदनशील समय में प्रवासी मजदूरों और कोटा में फंसे छात्रों को लाने में देरी दिखाने के लिए नीतीश सरकार को घेरा था।