किसान आंदोलन के बीच निजी विदेश दौरे के चलते राहुल गांधी को घेरने में जुटे अर्नब गोस्वामी कांग्रेस नेता के निशाने पर आ गए। उन्होंने रिपब्लिक भारत के एडिटर इन चीफ और डिबेट शो ‘पूछता है भारत’ के एंकर को किसानों की चिंता करने की नसीहत दे डाली। डिबेट में कांग्रेसी पैनलिस्ट ने कहा कि वो राहुल गांधी के विदेश दौरे की चिंता छोड़कर आंदोलनकारी किसानों पर ध्यान दें।
डिबेट में अर्नब गोस्वामी ने राहुल गांधी के इटली जाने पर कटाक्ष किए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष 2016 में पंजाब कांग्रेस के मुश्किल वक्त, कर्नाटक सरकार संकट के समय में भी विदेश ‘भाग’ गए। अब किसान आंदोलन के समय भी यूरोप चले गए। इस पर कांग्रेसी पैनलिस्ट ने कहा कि किसान आत्महत्या कर रहा है और कार्यक्रम के 37 मिनट बीत गए मगर उस बारे चर्चा ना हुई। उद्योगपतियों की आय बढ़ रही है और किसान की आय घट रही है उस पर चर्चा नहीं करेंगे। उस पर बात नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि अर्नब यही काम करेंगे और इस वजह से देश को बर्बादी की तरफ ले जा रहे हैं। देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई। कांग्रेस नेता को कथित तौर मंदबुद्धि कहने पर उन्होंने कहा- मंदबुद्धि कौन है, ये देश जानता है। सब भाजपा के नेता हैं। फर्जी डिग्री वाले नेता हैं। देश की अर्थव्यवस्था और नौकरी ठीक करिए।
अर्नब गोस्वामी ने डिबेट में राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर फिर तंज कसा। इसके जवाब में पैनलिस्ट ने कहा- उल्टी सीधी बात करना बंद करिए मिस्टर गोवस्वामी। देश को सच्चाई बताइए। देश की सच्चाई ये हैं कि भारत मुश्किल दौर से गुजर रहा है। ये पूछता है भारत। मुश्किल समय में देश को एकजुट करने का प्रयास करना चाहिए। मगर आप लगातार इधर उधर की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि देश के दस लाख किसान बैठें है मगर उनकी चिंता नहीं है। कैसे काम चलेगा अर्नब जी, गंभीर हो जाइए और गंभीरता दिखाइए। आप टिकरी बॉर्डर पर जाइए। गाजीपुर-सिंघु बॉर्डर पर जाइए और देखिए कि किन परिस्थितियों में लोग रह रहे हैं।
राहुल गांधी पर उन्होंने कहा कि कोई नेता कहां जा रहा है, ये उसकी मर्जी है। किसी नेता के निजी जीवन में ताकझांक नहीं की जा सकती है। बता दें कि किसान नवंबर की 26 तारीख से केंद्र के तीन कृषि बिलों का विरोध कर रहे हैं। अन्नदाताओं ने इन बिलों को व्यावसायिक हित का बताते हुए निरस्त करने की मांग की है।