22 जनवरी 2024 को अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बनकर तैयार हुए राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। इस दौरान देश विदेश के करीब 8,000 लोगों को निमंत्रण भेजा गया था। पीएम मोदी ने खुद रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की थी और आज 22 फरवरी को प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुए एक महीना बीत चुका है और इस दौरान अयोध्या अप्रत्याशित भीड़ और फुट फॉल का गवाह बना है। अयोध्या आए भक्तों ने इतना दान दिया है कि मंदिर में उसे गिनने वालों की शिफ्ट तक लगाई जा रही है लेकिन पैसा खत्म नहीं हो रहा है।

बता दें कि 22 जनवरी को पीएम मोदी द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आम आदमी के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए थे और तब से लगातार भक्त रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ निकल रही है। जानकारी के मुताबिक अब तक करीब 62 लाख लोग राम मंदिर में आकर राम लला के दर्शन कर चुके हैं। रामलला के दर्शन के बाद श्रद्धालुओं ने 50 करोड़ की राशि समर्पित की है। इसको मिल लें तो मंदिर निर्माण से दर्शन तक कुल पांच हजार करोड़ की राशि रामलला को चढ़ाई जा चुकी है।

गौरतलब है कि 24 जनवरी को यह संख्या तीन लाख से ऊपर रिकार्ड की गई और श्रद्धालुओं के प्रवाह के आगे व्यवस्था के प्रबंध सीमित सिद्ध हुए। इसके बाद से मंदिर ट्रस्ट से लेकर शासन-प्रशासन के स्तर पर श्रद्धालुओं की सहेज-संभाल के नित्य अतिरिक्त प्रबंध होते हैं लेकिन इन प्रबंधों पर श्रद्धालुओं की संख्या बीस बैठ रही है और प्रशासन के लिए व्यवस्था को संभालना मुश्किल हो रहा है।

बता दें कि 14 कर्मचारियों की एक टीम चार दान पेटियों में आए चढ़ावे की गिनती कर रही है जिसमें 11 बैंक कर्मचारी और तीन मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी शामिल है। ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता के मुताबिक दान राशि जमा करने से लेकर इसकी गिनती तक सब कुछ सीसीटीवी की निगरानी में होती है जिससे किसी भी प्रकार की धांधली की कोई संभावना ही नहीं है।