राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों पर हुई वोटिंग के बाद नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। चार में से तीन सीट कांग्रेस और एक सीट बीजेपी ने जीती है। इन सबके बीच राजस्थान की सियासत में शोभारानी कुशवाहा अचानक चर्चा में हैं। शुक्रवार को हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी विधायक शोभारानी ने क्रॉस वोटिंग करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद तिवारी के पक्ष में वोट दिया। जिसकी वजह से बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा हार गए। शोभारानी पर तुरंत कार्रवाई करते हुए बीजेपी ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया है और नोटिस भेज कर सात दिन में जवाब मांगा है।

बीजेपी ने जारी किया नोटिस: बीजेपी ने शोभारानी कुशवाहा के पार्टी से निष्कासन की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने विधायक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि 9 जून को व्हिप जारी कर उन्हें बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद 10 जून को राज्यसभा चुनाव के दौरान उन्होंने पार्टी के अधिकृत एजेंट को जब अपना वोट दिखाया तो पाया गया कि शोभारानी ने अपना वोट पार्टी प्रत्याशी को नहीं देकर कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद तिवारी को दिया है।

बीजेपी ने शोभारानी को पत्र जारी कर कहा कि आपने व्हिप का उल्लंघन कर घोर अनुशासनहीनता का परिचय दिया है। यह बीजेपी के संविधान के आर्टिकल 25 के रूल 10-B का उल्लंघन है। पार्टी ने पूछा है कि आप 7 दिन के अंदर बताएं कि आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से क्यों निलंबित नहीं किया जाए?

कांग्रेस ने मजबूरियों का फायदा उठाया: हालांकि, गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि शोभारानी कुशवाहा की मजबूरियों का फायदा कांग्रेस ने उठाया है। लेकिन कुछ भी हो शोभरानी ने पार्टी अनुशासन का उल्लंघन किया है इसलिए उन पर एक्शन होगा। भाजपा की केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक द्वारा विधायक को लिखे पत्र में पार्टी ने कहा कि उसने प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित राजस्थान इकाई से इनपुट लेने के बाद विधायक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

कौन हैं शोभा रानी: शोभारानी कुशवाहा धौलपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की विधायक हैं। वह बीएसपी के टिकट पर धौलपुर विधानसभा से चुनाव जीत चुके बनवारी लाल कुशवाहा की पत्नी हैं। बनवारी लाल कुशवाहा हत्या के प्रयास के एक मामले में जेल में बंद हैं। जिसके बाद इस सीट पर 9 अप्रैल 2017 को उपचुनाव हुआ था, जिसमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने शोभारानी को बीजेपी का टिकट दिया था। शोभारानी वसुंधरा राजे की करीबी मानी जाती हैं।