राजस्थान के नव नियुक्त भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने विचित्र बयान दे डाला है। उन्होंने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा,”जब हुमायूं मर रहा था, उस वक्त उसने बाबर को बुलवाया। उसने बाबर से कहा,”अगर तुम्हें हिंदुस्तान पर राज करना है तो गाय, ब्राह्मण और महिला इन तीनों की हमेशा ही इज्जत करना।” मदन लाल सैनी दरअसल पत्रकारों को गाय का ऐतिहासिक महत्व समझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वह ऐतिहासिक तथ्यों में उलझ गए।
मदन लाल सैनी ने जो बात बताई है, वह इतिहास के आईने में एकदम गलत साबित होती है। मुगल शासक बाबर असल में हुमायूं के पिता थे। बाबर की मौत 26 दिसंबर 1530 ई. में आगरा के किले में हुई थी। उस वक्त बाबर की उम्र 47 साल थी। जबकि हुमायूं की मौत 27 जनवरी 1556 को दिल्ली में अपनी लाइब्रेरी की सीढ़ियों से गिरकर हो गई थी। हुमायूं की मौत के वक्त बाबर का उसके पास होना पूरी तरह से नामुमकिन है।
Rajasthan BJP President Madan Lal Saini makes a hilarious remark, says ‘When Humayun was dying; he called Babar and said that we must respect cow, Brahmin and women to rule India’ pic.twitter.com/vAT9hvuj0Q
— TIMES NOW (@TimesNow) July 25, 2018
दरअसल राजस्थान के अलवर में रकबर की पीटकर हत्या कर देने का मामला सामने आने के बाद कई भाजपा नेताओं ने बयान दिए हैं, जिन पर बाद में काफी विवाद हुआ। अलवर से भाजपा विधायक ज्ञान देव आहूजा ने बयान दिया था कि रकबर की मौत पुलिस की हिरासत में हुई है, जबकि उसके साथी का कहना है कि रकबर की मौत भीड़ की पिटाई से हुई थी।
वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय कटियार ने भी इस मामले पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर गौ हत्या होगी तो मॉब लिंचिंग होगी ही। उन्हाेंने कहा था कि मुस्लिम समुदाय को हिंदू समुदाय की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए। उससे खिलवाड़ की कोशिश नहीं की जानी चाहिए। गौ हत्या के मसले पर हिंदुओं में जागरूकता आई है और इसीलिए देश में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है।
वैसे बता दें कि मदन लाल सैनी को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पसंद माना जाता है। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने अप्रैल में पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी से इस्तीफा मांग लिया था। जिसके बाद करीब 73 दिनों तक प्रदेश अध्यक्ष बनाने की रस्साकशी वसुंधरा और मोदी—शाह के बीच चली थी। आलाकमान गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के पक्ष में थी। जबकि वसुंधरा मदन लाल के लिए खेमेबंदी कर रहीं थींं। अंत में 29 जून को आलाकमान ने मोहर लगा दी कि 75 साल के मदन लाल ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष होंगे।