राजस्थान में 2 अप्रैल को हुई करौली हिंसा अभी भी चर्चा का विषय बना हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने शनिवार को आरोप लगाया कि हिंदू नव वर्ष पर हुई हिंसा के बाद राजस्थान में करौली से हिंदुओं का पलायन हुआ है। करौली जिला कलेक्ट्रेट में उन्होंने शनिवार को धरना दिया। बीजेपी सांसद ने मांग की कि दोषियों को गिरफ्तार किया जाए और निर्दोष लोगों को परेशान न किया जाए।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सौंपे गए एक पत्र में बीजेपी सांसद मीणा ने 195 लोगों की एक सूची साझा की है, जो कथित तौर पर वहां से भाग गए हैं। हालांकि सूची में किसी के पते का जिक्र नहीं है लेकिन व्यक्तियों के पिता का नाम है। पत्र में भाजपा सांसद ने कहा है कि पलायन मुस्लिम बाहुल्य ढोलीखर इलाके से हुआ है और इसमें मुख्य रूप से जाटव, खटीक, कहार, धोबी और कुम्हार (ओबीसी) जैसे लोग शामिल हैं।

राजस्थान के मुख्यमंत्री से बीजेपी सांसद ने पलायन को रोकने की मांग की है। बीजेपी सांसद ने पत्र में यह भी दावा किया है कि घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है, जबकि सैकड़ों निर्दोष लोगों से पुलिस थानों में पूछताछ की जा रही है। पत्र में यह भी कहा गया है कि इलाके में भय का माहौल है।

पुलिस महानिदेशक (DGP) एमएल लाठर के अनुसार शुक्रवार तक पुलिस ने मुख्य एफआईआर में पहचाने गए 44 में से 23 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। रिपोर्ट में 37 लोगों के नाम थे जबकि पुलिस ने वीडियो के आधार पर सात और लोगों की पहचान की है। डीजीपी ने बताया कि हिंसा में करौली के कोतवाली एसएचओ द्वारा मुख्य एफआईआर सहित कुल 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं।

हिंदू नव वर्ष के मौके पर 2 अप्रैल को करौली में हिंदुओ द्वारा बाइक रैली निकाली गई थी जिसमें हटवाड़ा बाजार के कुछ निवासियों ने बाइक रैली पर पथराव कर दिया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। इसके बाद उपद्रवियों ने कई दुकानों, मकानों और बाईकों में आग लगा दी जिससे हालात बिगड़ते चले गए। प्रशासन ने इसके बाद धारा 144 लगाते हुए कर्फ्यू लगा दिया और उसके बाद इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई थी। इस घटना में 3 दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। क्षेत्र में कर्फ्यू अभी भी जारी है।