दिल्ली पुलिस की एक टीम राजस्थान के मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी को रेप के एक मामले में गिरफ्तार करने जयपुर पहुंची है। दिल्ली पुलिस की टीम रविवार सुबह मंत्री के घर पहुंची थी लेकिन उस वक्त रोहित नहीं मिला। 23 वर्षीय महिला ने दिल्ली पुलिस में रोहित के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराया है। पुलिस की टीम इसी मामले में रोहित को गिरफ्तार करने जयपुर पहुंची थी।

सूत्रों के मुताबिक, एसीपी रैंक के एक अधिकारी के नेतृत्व में 15-20 पुलिस कर्मियों की टीम रविवार को जोशी के जयपुर स्थित आवास पर पहुंची, उसके बाद पुलिस की टीम ने सिविल लाइंस एरिया स्थित दूसरे घर की तलाशी ली लेकिन रोहित जोशी को फरार पाया। जबकि, मंत्री जोशी उदयपुर में हो रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर में भाग लेने गए हैं। सूत्रों ने बताया, “पुलिस ने रोहित के घरवालों को इस केस के बारे में बताया है और रोहित के ठिकाने की जानकारी मांगी है।”

रोहित के फरार होने के बाद दिल्ली पुलिस ने घर के दरवाजे पर नोटिस चस्पा कर दिया। पुलिस ने रोहित को दिल्ली के सदर बाजार थाने में 18 मई दोपहर 1 बजे तक हाजिर होने को कहा है। इस बीच, राजस्थान सरकार में मंत्री महेश जोशी का भी बयान आया है जिन्होंने कहा, “मुझे अभी मीडिया के माध्यम से इस बारे में पता चला। पुलिस ने अभी तक मुझसे संपर्क नहीं किया है। मुझसे पुलिस जो पूछेगी मैं उसका उचित जवाब दूंगा, मैं जांच में पूरा सहयोग करूंगा। पुलिस जांच करे और सच्चाई को सामने लेकर आए।”

पीड़िता का कहना है कि उसने दिल्ली में इसलिए मामला दर्ज कराया क्योंकि उसे डर था कि कांग्रेस शासित राजस्थान में उसे न्याय नहीं मिलेगा, जहां मंत्री जोशी का काफी प्रभाव है और कहा कि आरोपियों के सहयोगी उसे ‘बदनाम’ कर रहे हैं।

मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित के खिलाफ दर्ज एफआईआर में पीड़िता ने कहा है, “जब मैंने उसे फोन किया, तो उसने कहा कि वह एक मंत्री का बेटा है और कोई भी उसको नुकसान नहीं पहुंचा सकता है।” 23 वर्षीय महिला ने आरोप लगाया है कि रोहित ने पिछले साल जयपुर और दिल्ली में उसके साथ बलात्कार किया था।

इस मामले को लेकर राजस्थान में सियासत गरमाई हुई है। भाजपा मंत्री महेश जोशी के बेटे पर लगे रेप के आरोप पर कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साध रही है। पार्टी ने महेश जोशी के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनका पुतला भी फूंका।