Rajasthan Politics: देश में जैसै-जैसे गर्मी बढ़ रही है। ठीक वैसे ही राजस्थान में कांग्रेस का सियासी पारा भी चढ़ता हुआ नजर आ रहा है। राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के धाकड़ नेता सचिन पायलट मंगलवार दोपहर मीडिया को संबोधित करेंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि पायलट एक बार फिर से अशोक गहलोत पर शब्द बाण छोड़ सकते हैं। वो पिछले दिनों अशोक गहलोत द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब दे सकते हैं।

सचिन पायलट की प्रेस कॉन्फ्रेंस इस लिहाज से भी सरगर्मी बढ़ाने वाली है, क्योंकि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज सूबे के दौरे पर हैं। राहुल गांधी के कार्यक्रम में शामिल होने गहलोत सरकार के मंत्री-विधायक माउंट आबू जाएंगे।

राहुल गांधी जाएंगे माउंट आबू

राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के बाद पहली बार राजस्थान आ रहे हैं। राहुल गांधी माउंट आबू में कांग्रेस के सर्वोदय संगम कैंप में शामिल होंगे। यहां वह डैलीगेट्स से संवाद करेंगे। वो फ्लाइट से उदयपुर जाएंगे। यहां से हेलिकॉप्टर के माध्यम से माउंट आबू जाएंगे। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलतो समेत कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहेंगे।

वसुंधरा राजे ने हमारी सरकार बचाई थी: अशोक गहलोत

अशोक गहलोत ने रविवार को राजस्थान के धौलपुर में बड़ा बयान दिया था। गहलोत ने कहा था कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत ने तीन साल पहले उनकी सरकार गिराने की पुरजोर कोशिश की थी। अशोक गहलोत ने यह भी दावा किया कि भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और दो अन्य भाजपा नेताओं ने संकट के दौरान उनकी सरकार को बचाने में मदद की थी।

सचिन पायलट गुट पर बीजेपी से करोड़ों रुपये लेने का आरोप

इस दौरान उन्होंने सचिन पायलट गुट पर बीजेपी से करोड़ों रुपये लेने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि उस वक्त कांग्रेस के विधायकों को 10 से 20 करोड़ बांटे गए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि वह पैसा अमित शाह को वापस लौटा दें। अगर आपने उनमें से कुछ खर्च कर दिया है मुझसे ले लें, लेकिन पैसे वापस कर दें।

हालांकि अशोक गहलोत के बयान का राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की नेता वसुंधरा राजे ने खंडन किया था। वसुंधरा ने कहा था कि सीएम अशोक गहलोत एक साजिश का हिस्सा है। वसुंधरा ने गहलोत के दावों पर पलटवार करते हुए कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री 2023 के विधानसभा चुनाव हारने के डर से झूठ बोल रहे हैं और उनके झूठे आरोप दिखाते हैं कि वह राज्य कांग्रेस इकाई में बगावत से बौखला गए हैं।

11 जुलाई, 2020 को सचिन पायलट ने किया था झंडा बुलंद

11 जुलाई 2020 को तत्कालीन डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर दिया था। उन्हें पार्टी के 19 विधायकों ने अपना समर्थन भी दिया था। इन विधायकों के साथ पायलट गुरुग्राम के मानेसर स्थित रिजॉर्ट में पहुंच गए थे। 12 जुलाई को पायलट ने गहलोत सरकार को गिराने के संकेत भी दे दिए थे। हालांकि गहलोत किसी तरह अपनी सरकार बचाने में सफल रहे थे।