राजस्थान के कांग्रेस (Rajasthan Congress) के बीच खींचतान जारी है। राजस्थान कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot) अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। सचिन पायलट ने हाल ही में जन संघर्ष पदयात्रा निकाला था और इसमें उनके साथ भारी संख्या में उनके समर्थकों ने हिस्सा लिया था। जन संघर्ष यात्रा को लेकर कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक बयान आ गया है।
राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा (Rajasthan Congress Incharge Sukhjinder Singh Randhawa) ने कहा है कि सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा से कांग्रेस पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, “जन संघर्ष यात्रा सचिन पायलट की यात्रा थी। कांग्रेस से इसका कोई लेना देना नहीं है। राज्य स्तर पर सीएम और वरिष्ठ नेताओं के सामने इसपर चर्चा की जानी चाहिए। लेकिन कर्नाटक चुनाव (Karnataka Elections) से पहले यात्रा करना ठीक नहीं था।”
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि हम सचिन पायलट से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति में किसी का कोई अस्थाई मित्र या शत्रु नहीं होता है। राजस्थान कांग्रेस प्रभारी का बयान ऐसे समय में आया है जब सचिन पायलट की यात्रा पार्टी के लिए सिरदर्द बनी हुई है और इसी साल के अंत में राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
बता दें कि सचिन पायलट की यात्रा को लेकर सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पार्टी नेताओं को मीटिंग में बात उठानी चाहिए, अगर किसी को कोई दिक्कत है तो सबके सामने उसे कहना चाहिए। सचिन पायलट की यात्रा भ्रष्टाचार के खिलाफ थी। सचिन पायलट लगातार मांग कर रहे हैं कि हमने वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार की बात कह कर सत्ता हासिल की है, तो कार्रवाई भी होनी चाहिए।
वहीं रविवार को सुबह सचिन पायलट ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ₹2000 के नोट को चलन से बाहर करने पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “देश की अर्थव्यवस्था में भूचाल लाया जा रहा है। रिजर्व बैंक ने इन नोटों को किस तर्क पर रोका है? इसकी वजह क्या है?” पायलट ने कहा कि जब नोटबंदी हुई तब कहा गया कि काला धन समाप्त होगा लेकिन अब अचानक सूचना आई कि ₹2000 के नोट बंद हो रहे हैं, लेकिन इसका आधार क्या है?