राजस्थान कैबिनेट ने बुधवार को कन्हैया लाल के बेटों को सरकारी नौकरी देने का फैसला किया। कुछ दिन पहले ही कन्हैया लाल की उदयपुर में उनकी दुकान के अंदर हत्या कर दी गई थी। महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि कैबिनेट ने कन्हैया लाल के पुत्र यश और तरुण को सरकारी सेवा में नियुक्त करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि नियुक्ति के नियमों में छूट दी गई है। यह नियुक्ति राजस्थान अधीनस्थ कार्यालय लिपिक सेवा (संशोधन) नियम, 2008 और 2009 के नियम 6सी के तहत प्रदान की जाएगी। राजस्थान के तमाम राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने सरकार से कन्हैयालाल के बेटों को सरकारी नौकरी देने की मांग की थी।
इससे पहले राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या करने वाले गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज अख्तरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उनको जल्द पकड़वाने में जिन दो लोगों ने बड़ी भूमिका निभाई, वे हैं राजसमंद जिले के लसानी गांव निवासी किसान शक्ति सिंह और प्रह्लाद सिंह। इन लोगों ने न केवल पुलिस को हत्यारों की भागने की योजना बताई, बल्कि उनकी मोटरसाइकिल का नंबर और लोकेशन भी बताई।
दोनों किसान युवकों ने हत्यारों को पकड़ने के लिए 35 किमी तक पीछा भी किया। इस दौरान कई बार हत्यारों ने उन्हें खंजर दिखाकर डराने की कोशिश की, लेकिन वे उनके पीछे लगे रहे। इसका नतीजा यह हुआ कि पुलिस उन्हें पकड़ने में कामयाब हो सकी।
उदयपुर में हुए इस वारदात की वजह से पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। हालांकि हत्यारों के जल्द पकड़ लिए जाने के बाद अब शांति है। हत्यारों को पकड़वाने में मदद करने वाले दोनों युवकों की बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात हुई और उन्हें सरकारी नौकरी मिलने की संभावना भी जताई गई।
राज्य मंत्रिपरिषद ने राज्य कर्मचारियों के वेतन विसंगतियों को भी दूर कर दिया है, साथ ही समाचार वेबसाइटों पर सरकारी विज्ञापन जारी करने की नीति को मंजूरी दी और नए राजकीय महाविद्यालयों के बेहतर प्रबंधन के लिए राजस्थान कॉलेज एजुकेशन सोसाइटी का भी गठन किया है। तकली मध्यम सिंचाई परियोजना के जलमग्न क्षेत्र के गांवों में रहने वाले लोगों के पुनर्वास के लिए 21 करोड़ रुपए की एकमुश्त विशेष अनुग्रह राशि स्वीकृत की गई है।