Maharashtra: शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने शुक्रवार को कहा कि हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर (Veer Savarkar) के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हालिया टिप्पणी महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन में दरार पैदा कर सकती है।

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा वीर सावरकर पर दिए बयान पर उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा, “वीर सावरकर पर ऐसा आरोप लगाना यह न महाराष्ट्र को और न शिवसेना को मंजूर है। महाराष्ट्र के कांग्रेस के नेता भी समर्थन नहीं करेंगे। यह मुद्दा लाने की जरूरत नहीं थी। इससे MVA में भी दरार आ सकती है।”

सावरकर के मुद्दे को लाने की जरूरत नहीं: संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र में आकर सावरकर पर आरोप लगाना और उन्हें बदनाम करना महाराष्ट्र के साथ-साथ शिवसेना को भी स्वीकार्य नहीं है। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता भी इसका समर्थन नहीं करेंगे। वास्तव में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में यह बयान देने की जरूरत नहीं थी। यह यात्रा देश में बढ़ते तानाशाही रवैये, देश में बेरोजगारी, महंगाई और महिलाओं पर अत्याचार जैसे मुद्दों को उठाने के इरादे से निकाली गई थी। यात्रा को भारी प्रतिक्रिया मिल रही है, खासकर महाराष्ट्र में इसलिए इस समय सावरकर के मुद्दे को लाने की कोई जरूरत नहीं थी। इस वजह से महा विकास अघाड़ी में दरार पड़ने की आशंका है।”

राहुल गांधी के बयान पर महाराष्ट्र में सियासत तेज:

हाल ही में राहुल गांधी ने वीर सावरकर को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि सावरकर अंग्रेजों के नौकर थे और उन्होंने जेल से बाहर आने के लिए माफी मांगी थी, जिसके बाद से महाराष्ट्र की सियासत तेज हो गई है। संजय राउत ने कहा कि अगर कांग्रेस ऐसे ही बयान देती रही तो महाविकास अघाड़ी गठबंधन में दरार आ सकती है।

वहीं, कांग्रेस इस मामले में सफाई देने के लिए उद्धव ठाकरे की शिवसेना के पास पहुंच गई है कि सावरकर पर राहुल गांधी के बयान से दोनों पार्टियों के संबंधों में तनाव नहीं आएगा। हालांकि, पार्टी ने यह भी तर्क दिया कि राजनीतिक सुविधा के लिए ऐतिहासिक तथ्यों को बदला नहीं जा सकता है।

विचारों के अंतर से महागठबंधन को परेशानी नहीं: महाराष्ट्र के शेगांव में एक मीडिया सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस संचार प्रमुख जयराम रमेश ने कहा, “मेरी आज शिवसेना नेता संजय राउत के साथ लंबी बातचीत हुई। सावरकर के बारे में उनका बिल्कुल अलग दृष्टिकोण है, लेकिन हम असहमत होने के लिए सहमत हुए। उन्होंने मुझसे कहा कि इस मुद्दे पर विचारों के अंतर से महागठबंधन महा विकास अघाड़ी को परेशानी नहीं होगी।”