लोकसभा चुनाव के दौरान ललित मोदी (Lalit Modi) और नीरव मोदी (Nirav Modi) का जिक्र करते हुए कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कहा था- ‘सारे चोर मोदी ही क्यों?’ बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल के इस बयान से नाराज होकर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट बीएच कपाड़िया ने मई में उनके खिलाफ समन जारी किया था। इसी सिलसिले में राहुल गुरुवार (10 अक्टूबर) को सूरत की एक अदालत में पेश हुए। यहां राहुल ने इसे उन्हें चुप करने के लिए विपक्ष की साजिश करार दिया। उन्होंने कोर्ट से खुद को निर्दोष करार देने की मांग की।
व्यक्तिगत पेशी से मांगी छूटः राहुल ने कहा, ‘मेरे खिलाफ जो मानहानि का मुकदमा दाखिल किया गया वो मेरे राजनीतिक विरोधियों की मुझे चुप करने की साजिश है।’ राहुल ने सूरत में जुटे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धन्यवाद भी दिया। राहुल की याचिका दर्ज होने के बाद उनके वकील ने अगली सुनवाई में उन्हें व्यक्तिगत पेशी से छूट देने का अनुरोध किया। मोदी के वकील की आपत्ति के बाद कोर्ट ने कहा कि इस पर 10 दिसंबर को फैसला लिया जाएगा, हालांकि कोर्ट ने अगली सुनवाई पर व्यक्तिगत पेशी से उन्हें छूट देने के लिए कहा है।
कांग्रेस नेताओं ने यूं किया बचावः सूरत पश्चिम सीट से विधायक पूर्णेश मोदी ने अपनी शिकायत में कहा था कि राहुल गांधी ने पूरी मोदी कम्युनिटी को बदनाम किया है। राहुल की व्यक्तिगत पेशी के मसले पर बयान देते हुए सीनियर कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा, ‘उन्हें समन जारी हुआ था, इसलिए वे यहां आए। अब कानून को अपना काम करने दीजिए। राहुल के बयान का बचाव करते हुए कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि लोकतंत्र में सत्ताधारी पार्टी को विपक्ष की आलोचना को सहन करना चाहिए।
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11 अक्टूबर को फिर होगी पेशीः बता दें कि राहुल गांधी को शुक्रवार (11 अक्टूबर) को अहमदाबाद में भी एक केस के सिलसिले में कोर्ट में पेश होना पड़ेगा। वहां एक स्थायीय बीजेपी नेता ने अमित शाह पर बयान को लेकर उनके खिलाफ केस दर्ज कराया है। राहुल गांधी को हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2019) के लिए 13 और 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र में, जबकि 14 अक्टूबर को हरियाणा में चुनाव प्रचार करना है।