पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अगले हफ्ते कुछ पूर्व विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होंगे। पंजाब में बीजेपी जगह बनाने के लिए प्रयास कर रही है। यह खबर ऐसे समय में आई है जब पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी सरकार ने बीजेपी पर “ऑपरेशन लोटस” के तहत AAP विधायकों को तोड़ने का आरोप लगते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

भाजपा लंबे समय से पंजाब में एक मजबूत सिख चेहरे की तलाश कर रही है जो हिंदू निर्वाचन क्षेत्र को भी स्वीकार्य हो। हालांकि उम्र अमरिंदर सिंह के पक्ष में नहीं है क्योंकि वह 80 वर्ष के हैं। अमरिंदर सिंह कहते हैं कि वह 2021 में कांग्रेस से अपमानजनक रूप से बाहर निकलने के बाद जीत के साथ राजनीति छोड़ना चाहते हैं। अब अमरिंदर सिंह के बीजेपी में शामिल होने से उन्हें सही मंच मिल गया है या नहीं यह देखा जाना बाकी है।

अमरिंदर सिंह ने नवंबर में पंजाब लोक कांग्रेस की स्थापना की थी और बाद में भाजपा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन किया था। भाजपा में उनका प्रवेश पहले से तय था जब उनकी पार्टी चुनाव में अपना खाता खोलने में विफल रही और वह खुद पटियाला के अपने गढ़ से चुनाव हार गए। कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता रहे अमरिंदर सिंह, जून 1984 में ऑपरेशन ब्लूस्टार के बाद अकाली दल में शामिल हुए थे। उन्होंने हमेशा अपने राष्ट्रवादी एजेंडे पर भाजपा के साथ एक स्वर में बात की है। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान और चीन की उन्होंने आलोचना की थी।

अमरिंदर सिंह उन कुछ चुनिंदा नेताओं में से एक थे, जिन्होंने पंजाब सीमा पर बीएसएफ के भौतिक अधिकार क्षेत्र के विस्तार का समर्थन करते हुए दावा किया था कि सीमापार से हथियार और ड्रग्स गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।

इन सबसे ऊपर अमरिंदर सिंह के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अच्छे व्यक्तिगत संबंध हैं। जब वह पंजाब के सीएम थे, तो उन्होंने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि पीएम संपर्क करने पर हमेशा सहयोग करते हैं। अमरिंदर सिंह को अपने दिमाग के साथ एक मजबूत नेता के रूप में जाना जाता है। वह सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना का पुरजोर विरोध करते हुए कहते रहें हैं कि यह रेजिमेंटल भाईचारे की अवधारणा के विपरीत है, जो सेना का कवच बनाती है।

पंजाब के भाजपा महासचिव सुभाष शर्मा ने इन मतभेदों को कम करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “हम एक बहुत ही लोकतांत्रिक पार्टी हैं और हम विभिन्न विचारों के लिए खुले हैं। ऐसे मुद्दों से कभी कोई समस्या नहीं होगी।”