पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचार के दौरान सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी के यूपी-बिहार के भइया वाले बयान को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस के विरोधी लगातार इस मुद्दे को लेकर हमला बोल रहे हैं, लेकिन अब पार्टी के भीतर भी इस मुद्दे पर विरोध के स्‍वर उठ रहे हैं। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने चन्‍नी के बयान की तुलना अमेरिका में अश्‍वेतों के खिलाफ होने वाले रंगभेद से कर डाली है।

मनीष तिवारी ने कहा- यह अमेरिका में अश्‍वेतों के खिलाफ रंगभेद जैसा ही है। ऐसे बयानों से पता चलता है कि सिस्‍टम में किस प्रकार से सामाजिक भेदभाव है। खुद की तकलीफ को बयां करते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि मेरी मां जट्ट सिख हैं और मेरे पिता पंजाबी, मेरे पिता ने हिंदू-सिख एकता के लिए पूरा जीवन लगा दिया, लेकिन मेरे सरनेम की वजह से लोग मुझे पीठ पीछे कहते है- ऐ भैया कित्‍थों आ गया। इस तरह की बातों का पंजाब के सेक्‍युलर सिद्धांत में कोई स्‍थान नहीं है।

15 फरवरी 2022 को चुनाव प्रचार के दौरान सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी ने प्रियंका गांधी की मौजूदगी में कहा कि प्रियंका गांधी पंजाबियां दी बहू हैं। ऐ साड्डी पंजाबन है… इस करके इक पास्‍से हो जाओ पंजाबियो, यूपी-बिहार के भैये आके इत्‍थे राज करन लगेंगे, वडन नी देओ इत्‍थे। कुल मिलाकर चन्‍नी कह रहे थे कि प्रियंका गांधी पंजाब की बहू हैं और आप सब लोग कांग्रेस को जिताने के लिए एक हो जाओ, वरना यूपी-बिहार के भैया यहां आकर राज करने लगे। हमें इनको पंजाब में घुसने नहीं देना है। विवाद बढ़ने पर चन्‍नी ने सफाई देते हुए कहा कि वह आम प्रवासी के बारे में बात नहीं कर रहे थे बल्कि आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह जैसों को पर निशाना साध रहे थे।

वैसे यह पहली बार नहीं है जब मनीष तिवारी ने चरणजीत सिंह चन्‍नी पर निशाना साधा है। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे पर सुरक्षा चूक मामले को लेकर भी मनीष तिवारी ने चन्‍नी को घेरा था। मनीष तिवार ने तब कहा था कि देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़ा मामला थोड़ा अलग हो जाता है। जहां पर पीएम मोदी का काफिला रुका था, वहां से पाकिस्‍तान बॉर्डर कुछ किलोमीटर की दूरी पर था। प्रधानमंत्री उस समय पाकिस्‍तान की फायरिंग रेंज में थे। प्रधानमंत्री की सुरक्षा की तुलना किसी और से नहीं की जा सकती है।