पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने किसानों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक पत्र लिखा है। पत्र में किसानों की ओर से मांग की जा रही कई मुद्दों का जिक्र किया गया है।
दो दिन पहले पीपीसीसी प्रमुख के नेतृत्व में कांग्रेस के एक पैनल ने संयुक्त किसान मोर्चा के साथ बैठक करके उनकी मांगों पर बात की थी। इस बैठक के दो दिन बाद अब सिद्धू ने किसानों की मांगों को लेकर सीएम को पत्र लिखा है।
पत्र में नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा है- आंदोलन के दौरान हिंसा के मामलों में किसानों के खिलाफ दर्ज अन्यायपूर्ण और अनुचित प्राथमिकी को रद्द करने की माांग किसान कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने आंदोलन की शुरुआत से लेकर अब तक हर प्रयास में किसानों का समर्थन किया है। हमारी सरकार ने तीन काले कानूनों के खिलाफ और एमएसपी के कानूनी रूप के लिए प्रदर्शन करने वाले किसानों को अधिकतम समर्थन दे कर उनकी मदद की है। फिर भी, अप्रिय घटनाओं के कारण कुछ प्राथमिकी दर्ज की गई है। सरकार अनुचित मामलों को रद्द करने के लिए एक सिस्टम बना सकती है”।
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 12, 2021
पंजाब पुलिस ने हाल ही में पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल के दौरे से पहले किसानों का विरोध करने के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की थी। पहला मामला मच्छीवाड़ा में और दूसरा मामला मोगा में दर्ज किया गया था।
दोनों मामलों में, पुलिस ने दावा किया है कि विरोध-प्रदर्शन के दौरान उपद्रवी तत्वों ने हिंसा की थी। मोगा प्राथमिकी में कीर्ति किसान यूनियन और बीकेयू (क्रांतिकारी) सहित कुछ किसान संघ के नेताओं का नाम लिया गया है। किसान इन एफआईआर को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
पत्र में आगे लिखा है- “किसानों को डर है कि अनाज खरीददारी से पहले जमीन का रिकॉर्ड दिखाना होगा। यह अन्यायपूर्ण है। जो पट्टे पर जमीन लेकर फसल बो रहे हैं। वो कहां से जमीन के कागजात लाएंगे। इस अन्याय के खिलाफ हमें लड़ना चाहिए”। इसके अलावा पत्र में सिद्धू ने पंजाब के किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने पर जोर दिया है।