पंजाब सीएम चरणजीत जीत सिंह चन्नी ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों की याद में हरिपुर गांव में एक स्पोर्ट्स स्टेडियम के निर्माण की घोषणा की। सीएम ऑफिस की ओर से शनिवार को कहा कि चन्नी ने इसके लिए 1 करोड़ रुपये देने की मंजूरी दी है।

तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 10 महीनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं। मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा उत्तरप्रदेश के किसान, दिल्ली की सीमाओं पर बैठकर इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं। इस दौरान आत्महत्या, सड़क दुर्घटनाओं और अन्य कारणों से सैकड़ों किसानों की मृत्यु हो गई है।

पंजाब सरकार ने 20 जुलाई तक 220 किसानों और खेत मजदूरों की मौत की पुष्टि की थी और उनके परिवारों को मुआवजे के रूप में 10.86 करोड़ दिए थे। संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार इन कानूनों का विरोध करते हुए 400 किसान मारे गए हैं।

इन्हीं किसानों को लेकर पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार को स्टेडिम बनाने की घोषणा की है। चन्नी की ये घोषणा लखीमपुर हिंसा मामले के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है। लखीमपुर मामले में जब किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी गई थी, तब भी चन्नी, राहुल गांधी के लखीमपुर गए थे और किसानों के परिवारों के लिए 50-50 लाख रुपये की घोषणा की थी। चन्नी ने आज वो वादा भी पूरा कर दिया और मुआवजे की राशि किसानों के परिवारों को दे दी गई है।

हालांकि, केंद्र ने जुलाई के अंत में संसद में कहा था कि विरोध के दौरान किसानों की मौत को लेकर कोई रिकॉर्ड नहीं है। सांसदों द्वारा किसानों की मौतों के बारे में जवाब मांगने पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि भारत सरकार के पास “ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है”।

चन्नी ने शहीद नायक मनदीप सिंह के सम्मान में एक स्टेडियम और एक स्मारक द्वार के निर्माण की भी घोषणा की है। जो जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान शहीद हो गए थे।