बिहार के विधानसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग से पहले महागठबंधन और एनडीए के स्टार प्रचारकों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। महागठबंधन की ओर से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और एनडीए की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को चुनाव प्रचार किया।

प्रियंका गांधी ने बेगूसराय में चुनाव प्रचार करते हुए लोगों से ‘डबल इंजन सरकार’ के वादों के झांसे में न आने और बदलाव के लिए मतदान करने की अपील की। प्रियंका ने कहा, ‘‘हमारे संविधान ने आपको सबसे बड़ी चीज दी, आपका मत लेकिन एनडीए सरकार ने आपके इस अधिकार को कमजोर किया है। उन्होंने समाज में विभाजन फैलाया, झूठी राष्ट्रभक्ति फैलाई और वोटर लिस्ट से 65 लाख नाम काट दिए।’’

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बेरोजगारी, पलायन पर बात नहीं करते एनडीए के नेता

प्रियंका गांधी ने कहा कि एनडीए के बड़े नेता जब बिहार आते हैं, तो या तो 20 साल आगे की बात करते हैं या फिर बीते समय में नेहरू जी और इंदिरा जी का जिक्र करते हैं लेकिन वे आपके वर्तमान की बात नहीं करते, न बेरोजगारी की, न पलायन की, न किसानों की समस्या की।

वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘देश में निजीकरण चरम पर है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी सरकारी कंपनियां अपने कॉर्पोरेट मित्रों को सौंप दी हैं। वे अब कह रहे हैं कि 1.5 करोड़ नौकरियां देंगे तो बीते 20 वर्षों में क्यों नहीं दीं? यह जनता को छलने की कोशिश है।’’

प्रियंका ने कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार के वादों पर भरोसा मत कीजिए। प्रियंका ने कहा, ‘‘राहुल गांधी सामाजिक न्याय और जाति आधारित जनगणना की बात इसलिए करते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि पिछड़े वर्गों को आज भी उनका पूरा हक नहीं मिला। कांग्रेस ने कर्नाटक में जाति आधारित जनगणना कराई और लोग उससे खुश हैं।’’

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आरजेडी सत्ता में आया तो ‘जंगल राज’ लौट आएगा: शाह

दूसरी ओर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के भाई साधु यादव का जिक्र करते हुए राज्य के लोगों से कहा कि अगर राजद सत्ता में लौटा तो जंगल राज वापस आ जाएगा।

गोपालगंज जिले में डिजिटली एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह चुनाव यह तय करने का अवसर है कि बिहार का भविष्य किसे सौंपा जाए। एक तरफ वे लोग हैं जिन्होंने ‘जंगल राज’ की शुरुआत की थी। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी है, जिन्होंने विकास किया है।’’

शाह ने कहा, ‘‘गोपालगंज के लोगों ने 2002 के बाद से कभी भी राजद को वोट नहीं दिया। मुझे यकीन है कि वे इस रुझान को जारी रखेंगे… साधु यादव के कारनामों को गोपालगंज के लोगों से बेहतर कोई नहीं जानता।’’

गोपालगंज से विधायक और सांसद रह चुके साधु यादव अपनी बहन राबड़ी देवी के राज्य की मुख्यमंत्री रहते हुए काफी प्रभावशाली माने जाते थे। गृह मंत्री ने मध्य बिहार के उन गांवों के नाम भी गिनाए जो राजद शासन के दौरान नरसंहार के लिए सुर्खियों में रहे थे।

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