जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। जिसके बाद उनको पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। वो पिछले 6 दिनों से बीपीएससी के खिलाफ आमरण अनशन कर रहे हैं। बीते सोमवार को पुलिस ने उनको गांधी मैदान से गिरफ्तार भी किया था। हालांकि रात होते-होते उनको कोर्ट से राहत मिल गई। मंगलवार सुबह 10 बजे के करीब पीके लोगों से बातचीत कर रहे थे उसी दौरान वो अचेत हो गए। जिसके बाद डॉक्टरों की टीम आनन फानन में शेखपुरा हाउस पहुंची।

BPSC प्रारंभिक परीक्षा में कथित तौर पर हुई धांधली को लेकर अभ्यर्थियों के समर्थन में आंदोलन कर रहे प्रशांत किशोर ने 2 जनवरी से आमरण अनशन शुरू किया। पटना के गांधी मैदान में शुरू हुए अनशन को लेकर पुलिस ने उनको सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया।

कमजोरी और डिहाइड्रेशन की वजह से बिगड़ी पीके की तबीयत

बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर की तबीयत कमजोरी और डिहाइड्रेशन की वजह से बिगड़ी है। मेदांता में उनका पूरा हेल्थ चेकअप किया जाएगा। हालांकि उन्होंने अस्पताल जाने से पहले कहा कि उनका भूख हड़ताल जारी रहेगा। वो अभ्यर्थियों के भविष्य की लड़ाई तक आंदोलन जारी रखेंगे।

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार को पटना के गांधी मैदान से पुलिस ने प्रशांत किशोर को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उनको पटना सिविल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उनको 25 हजार के मुचलके के साथ जमानत देने का आदेश दिया था, लेकिन प्रशांत किशोर ने इसके विरोध में जेल जाना पसंद किया था। उन्होंने कहा कि वो जेल जाना पसंद करेंगे लेकिन बॉन्ड नहीं भरेंगे। हालांकि शाम से रात होते-होते उनको कोर्ट से बिना शर्त जमानत मिल गई।

मंगलवार को आंदोलन के नए स्वरूप की थी तैयारी

जमानत के बाद प्रशांत ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि जबतक बीपीएससी परीक्षा रद्द नहीं कर दी जाएगी तबतक उनका आंदोलन जारी रहेगा। हालांकि उन्होंने मंगलवार को आंदोलन के नए स्वरूप के बारे में जानकारी देने को कहा था। इसी बीच अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। बिहार की सभी बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक