Bihar Election Result: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने मंगलवार को पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मीडिया को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जिस दल को सिर्फ 3.5 प्रतिशत वोट मिला उसमें इतने प्रेस के साथी आए। यह बड़ी बात, बिहार में हमने ईमानदार प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। मैं हार की जिम्मेदारी सौ प्रतिशत अपने ऊपर लेता हूं। हम जनता का विश्वास नहीं जीत पाए।
प्रशांत किशोर ने कहा, “हमने ईमानदार प्रयास किया है और उसमें बिल्कुल सफलता नहीं मिली। इसे स्वीकार करने में कोई बुराई नहीं है। व्यवस्था परिवर्तन की बात छोड़िए, हम सत्ता परिवर्तन भी नहीं करा सके। लेकिन बिहार की राजनीति बदलने में हमारी भूमिका ज़रूर बनी है… हमारी कोशिशों में, हमारी सोच में, समझाने में कमी रही होगी जिसके कारण जनता ने हमें नहीं चुना।”
पीके ने आगे कहा कि अगर जनता ने हम पर भरोसा नहीं जताया, तो इसकी पूरी ज़िम्मेदारी मेरी है। मैं ये ज़िम्मेदारी 100% अपने ऊपर लेता हूं कि जिस प्रयास के लिए हम जुड़े थे जिस प्रयास को करना चाहते थे उसपर जनता का विश्वास नहीं जीत पाया।
मैं प्रायश्चित के तौर पर एक दिन का उपवास रखूंगा- प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोग सामूहिक तौर पर हारे हैं अब हम आगे रणनीति बनाएंगे। उन्होंने कहा कि जो जीतकर आए उन्हें बधाई। अब नीतीश जी और पूरे एनडीए पर जवाबदेही है। अब रोजी रोजगार और सबसे बड़ा मुद्दा है पलायन का। सबकी आशाओं और सपनों पर खड़ा नहीं उतरने का सारा दोष मेरा है। मैं आप सभी से माफी मांगता हूं। आज से दो दिन बाद भीतहरवा आश्रम में एक दिन का मौन उपवास रखूंगा। मैं प्रायश्चित के तौर पर एक दिन का उपवास रखूंगा। पार्टी के अन्य लोग भी चाहे तो सभी लोग जहां हैं वहीं से सामूहिक उपवास करेंगे। गलती हमलोगों से हुई होगी लेकिन हमलोगों ने कोई गुनाह नहीं किया।
किशोर ने कहा कि बिहार में जहां सिर्फ जातियों की राजनीति होती है, हमने जातियों को अलग करने का गुनाह नहीं किया है। हमने हिंदू-मुस्लिम का भेदभाव भी नहीं किया है, जो लोग इन सबका सहारा लेकर जीत गए हैं, उन्हें आज नहीं तो कल, इसका हिसाब देना होगा। अभिमन्यु को मारकर भी महाभारत नहीं जीता गया था। कुछ लोग सोच रहे हैं कि मैं बिहार छोड़ दूंगा, यह उनकी गलतफहमी है। जनसुराज और पीके की जिद्द है बिहार को सुधारने की, और मैं इसे सुधार कर ही रहूंगा। मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं, यह मेरा संकल्प है।
पूरा सरकारी तंत्र लगाया गया- प्रशांत किशोर
जन सुराज पार्टी के संस्थापक ने कहा कि यह बात बिल्कुल साफ है कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार सरकार ने 40 हजार करोड़ रुपये खर्च करने का वादा किया और इसी वजह से NDA को इतना वोट मिला। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि 10 हजार रुपये में लोगों ने कोई वोट नहीं बेचा। इस बहस का कोई अंत नहीं है, लोग चुनाव आयोग पर टीका-टिप्पणी कर रहे हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में 60 से 62 हजार लोगों को 10 हजार रुपये दिए गए। पूरा सरकारी तंत्र लगाया गया। यह बताने के लिए कि आगे दो लाख की सहायता मिलेगी। जीविका की दीदियों को लगाया गया, आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की सैलरी बढ़ाई गई। आशा, ममता, और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर 10 हजार करोड़ और बाकी मिलाकर करीब-करीब 29 हजार करोड़ रुपये बांटे गए।
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किशोर ने कहा कि आपने जो दो लाख देने का वादा किया है, उन महिलाओं को अब 6 महीने में 2-2 लाख दीजिए। अगर आपने नहीं दिया तो साफ है, आपने 10 हजार रुपए सभी से वोट खरीदने के लिए इस्तेमाल किया। मैंने 25 सीट की बात की थी और अब भी कायम हूं। अगर नीतीश कुमार 1.5 करोड़ लोगों को दो-दो लाख रुपए दे दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। अगर बिहार से इसके बाद पलायन रुक जाएगा, तो भी मैं राजनीति छोड़ दूंगा। नीतीश कुमार को 25 सीट से ज्यादा नहीं मिलेंगी। मैं एक नंबर जारी कर रहा हूं: 9121691216, जितने लोगों को 10-10 हजार रुपए मिले हैं, अब वो हर महिला जिन्हें दो लाख रुपए नहीं मिलते, मुझसे इस नंबर पर संपर्क करें।
नीतीश कुमार को कभी हमने भ्रष्टाचारी नहीं कहा- प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने साढ़े तीन साल तक अभियान चलाया, लेकिन, अब नीतीश कुमार की जिम्मेदारी है। सरकारी दफ्तरों से लेकर नीतीश कुमार के पास हमलोग अब जाएंगे अगर दो-दो लाख रुपए लोगों को नहीं मिला। सहारा में कहा गया था कि पैसा डबल हो जाएगा, जब सहारा भाग गया तो लोग एजेंट को खोज रहे। ऐसे में जो सरकारी अफसर, जीविका दीदी जो ये सौदा करवाई थीं, उन्हें लोग ढूंढेंगे। चुनाव से पहले भ्रष्टाचारी मंत्रियों को लेकर हमने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। नीतीश कुमार को कभी हमने भ्रष्टाचारी नहीं कहा। अब परिणाम के बाद लग रहा है, नीतीश जी बिल्कुल स्वस्थ हैं।
‘अगर ने सरकार का हिस्सा बनते हैं तो कोर्ट जाऊंगा’
इस दौरान प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी नाम लिया। पीके ने कहा कि पीएम मोदी जी, अमित शाह जी और नीतीश जी को अब मंत्रिमंडल बनाने पर ध्यान देना चाहिए, जिन नेताओं के बारे में पहले कहा गया था, उनसे पीछे नहीं हटेंगे। सरकार ने उन नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की और जनता ने उन्हें भारी मतों से जीता दिया। ऐसे लोग अगर मंत्रिमंडल में शामिल होते हैं, तो जरूरत पड़ने पर कोर्ट भी जाऊंगा, जिन चार नेताओं के बारे में जिक्र किया है, अगर वे सरकार का हिस्सा बनते हैं, तो कोर्ट जाने से नहीं हिचकिचाऊंगा। मैं किस पद पर हूं जो इस्तीफा दे दूंगा, राजनीति छोड़ दूंगा, लेकिन बिहार के लोगों की बातें करना नहीं छोड़ूंगा। अगर सरकार दो-दो लाख रुपए डेढ़ करोड़ लोगों को दे दे, तो मैं बिहार ही छोड़ दूंगा।
बता दें, बिहार विधानसभा चुनाव की 243 सीटों में जन सुराज पार्टी ने 238 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उनकी पार्टी का एक भी उम्मीदवार जीत हासिल नहीं कर सका। प्रशांत किशोर की पार्टी का यह पहला चुनाव था।
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