यूपी के मेरठ जिले में भाजपाइयों ने थाने के गेट पर बैनर लगाकर धरना-प्रदर्शन किया। बैनर पर लिखा गया- भाजपा कार्यकर्ताओं का थाने में आना मना है। बाद में यह मामला लखनऊ तक पहुंच गया। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस बारे में फेसबुक पर टिप्पणी की है।

अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ”ऐसा पहली बार हुआ है इन पांच-छह सालों में सत्तापक्ष के लोगों का आना मना हुआ थानों में। ये है उप्र की भाजपा सरकार का बुलंद इक़बाल!”

मेरठ के एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि थाना मेडिकल में कुछ व्यक्ति प्रॉपर्टी खाली कराने का अनुचित दबाव बना रहे थे। दोनों पक्षों की वार्ता भी कराई गई। पुलिस के द्वारा किसी का कब्जा नहीं हटाया जा सकता। दबाव बनाने के लिए भीड़ जमा की गई। धरना प्रदर्शन भी किया। उन्होंने कहा कि यह भी जानकारी में आया है कि यही व्यक्ति पोस्टर लेकर आए, जिसमें एक खास राजनीतिक दल का नाम लिखते हुए थाने में लगा दिया। उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। जिन्होंने भी ऐसा किया उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

क्या है पूरा मामला-
दरअसल, भाजपा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार दोपहर मेडिकल थाने में तीन घंटे तक हंगामा किया। भाजपाई एक विधवा की दुकान पर अवैध कब्जा हटवाने की मांग लेकर पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने भाजपाइयों को बाहर जाने को कहा। इसके बाद भाजपाइयों ने थाने के गेट पर बैनर लगाकर धरना प्रदर्शन किया। बैनर पर लिखा गया- ‘भाजपा कार्यकर्ताओं का थाने में आना मना है’।

भाजपाइयों के मुताबिक इंचौली थानाक्षेत्र के मसूरी गांव निवासी पूजा की शादी चार साल पहले नौचंदी क्षेत्र के वैशाली कॉलोनी निवासी अवधेश से हुई थी। 21 अक्तूबर को बीमारी के चलते अवधेश की मौत हो गई थी। पति के नाम गढ़ रोड पर मेडिकल क्षेत्र में एक दुकान है। आरोप है कि ससुर और देवर ने दुकान पर कब्जा कर लिया है। पति की मौत के बाद ससुर व देवर उसे खाली नहीं कर रहे हैं। चार दिन पहले वह भाई के साथ दुकान पर गई थीं। इस दौरान उनके साथ अभद्रता की गई।