जनसंख्या नियंत्रण कानून पर चल रही एक टीवी डिबेट के दौरान मुफ़्ती मौलाना नदीमुद्दीन ने कहा कि 600 सालों में भी मुसलमान बहुसंख्यक नहीं होंगे। उनकी इस बात पर इस्लामिक स्कॉलर ने पलटवार करते हुए कहा कि जहां मुसलमान 50 फीसदी हो गया, उस जगह पर उन्होंने अपना कब्जा जमा लिया।

इस्लामिक स्कॉलर ने कहा कि पूरी दुनिया में 100 उदाहरण हैं। देश, राज्य, जिले और मोहल्ले के जहां मुसलमान की आबादी 50 प्रतिशत को पार कर गई है। और मुसलमान ने उस जगह पर कब्जा कर लिया है। इस्लामिक स्कॉलर ने एंकर से कहा कि आपने नदीमुद्दीन से कहा कि आप ओवैसी जैसों को आइना दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो तो आइना दिखा रहे हैं, लेकिन मैं तो ओवैसी जैसे लोगों को कुछ और दिखाता हूं।

इस्लामिक स्कॉलर कहा कि मुझे एक शिकायत है कि भाजपा को आठ साल केंद्र में हो गए। क्या अश्वनी उपाध्याय, नरेंद्र मोदी को आइना दिखाने के लिए तैयार हैं कि आपने जनसंख्या नियंत्रण के लिए आठ साल में क्या किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को भी आइना दिखाइए, अगर देश की फिक्र है। ओवैसी को ही केवल आइना मत दिखाइए, नरेंद्र मोदी को भी आइना दिखाइए।

मुफ़्ती मौलाना नदीमुद्दीन ने कहा कि 1951 में मस्लिमों की जनसंख्या 9.8 फीसदी थी। जो 2011 में बढ़कर 14.2 फीसदी हो गया। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि 600 में भी मुसलमान बहुसंख्यक नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि प्रचार मत करिए की कुछ सालों बाद मुसलमान बहुसंख्यक हो जाएगा, अराजकता फैल जाएगी। यह सब कहकर डराइए मत। समाधान निकालिए। उन्होंने कहा कि ये देश की समस्या है, हिंदू या मुसलमान की समस्या नहीं है। वहीं भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि जनसंख्या विस्फोट किसी मजहब की नहीं, मुल्क की मुसीबत है।

वहीं मंगलवार को बढ़ती जनसंख्या को लेकर सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क कहा कि बच्चे पैदा करने का ताल्लुक अल्लाह से है, जाति तौर पर इंसान से नहीं है। अल्लाह खाने-पीने का इंतजाम करके दुनिया में भेजता है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून पर नहीं, बल्कि मुस्लिमों की तालीम पर ध्यान देना चाहिए।AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जनसंख्या क़ानून के नाम पर ‘मुसलमानों’ के ख़िलाफ़ नफरत का माहौल बनाया जा रहा है।