उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पुलिस ने एक जोड़े की शादी रोककर उन्हें रातभर थाने में रखा और सुबह तब छोड़ा जब ये साबित हो गया कि दोनों मुस्लिम ही हैं। दरअसल पुलिस को शिकायत को मिली थी कि ‘लव जिहाद’ को अंजाम देते हुए एक मुस्लिम युवक एक हिंदू लड़की का धर्मांतरण कर उससे शादी कर रहा है। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शादी रोक दी। हालांकि बाद में ये साफ हो गया कि शादी करने वाले लड़का-लड़की मुस्लिम ही थे। 39 वर्षाय हैदर अली ने आरोप लगाया कि पुलिस उन्हें थाने ले गई और बैल्ट से पिटाई भी की।

हालांकि जोड़े की शादी तब हुई जब आजमगढ़ से लड़की के भाई ने आकर पुलिस को बताया कि लड़की अपनी पसंद से शादी करना चाहती है और लड़की के घरवालों को कोई आपत्ति नहीं है। दरअसल लड़की के रिश्तेदारों ने लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट आजमगढ़ में लिखवाई थी क्योंकि लड़की अपना घर छोड़कर आ गई थी।

इस घटना के बारे में पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने कहा कि असामाजिक तत्वों ने लव जिहाद को लेकर अफवाह फैलाने का काम किया। पुलिस ने कहा कि ये जानने के बाद कि दोनों एक ही धर्म के हैं और बालिग हैं हमने जोड़े को जाने दिया। पुलिस का तर्क है कि उन्होंने ये कार्रवाई इसलिए कि क्योंकि प्रशासन लव जिहाद के मामलों को लेकर काफी सख्त है। पुलिस ने कहा कि मारपीट का सवाल ही नहीं है। पुलिस ने माना कि जब जोड़े को थाने ले जाया जा रहा था तो लड़की ने बताया था कि वह मुस्लिम है और अपनी इच्छा से शादी करना चाहती है।

बाद में लड़की के घर वालों ने पुलिस को वीडियो कॉल किया और आधार कार्ड दिखाया कि शबीला मुस्लिम ही है। हालांकि पुलिस ने कहा कि लड़की के परिजनों के आने के बाद ही वे जोड़े को छोड़ेंगे। पुलिस के सामने शबीला ने कहा कि वह अपने भाई के साथ नहीं जाना चाहती और हैदर के साथ रहना चाहती है। लड़की के भाई ने भी कहा कि अगर शबीला को शादी करनी है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।

निकाह में शामिल अरमान खान ने बताया कि हैदर अली ने उनसे शबीला से शादी करने के लिए मदद मांगी थी। दरअसल शबीला आजमगढ़ में अपना घर छोड़ हैदर अली के पास आ गई थी दोनों एक दूसरे को काफी समय से जानते थे। पुलिस का कहना है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया जा सकता है।

गांव के चौकीदार ने बताया कि जब उन्हें कुछ हिंदुओं ने बताया कि लव जिहाद के तहत शादी की जा रही है तो उन्होंने पुलिस को इस बारे में बताना जरूरी समझा। हालांकि बाद में ये साफ हो गया था कि ये सब अफवाह फैलाई गई है।