Rajasthan Politics: राजस्थान में सियासी ड्रामे के बीच सीएम अशोक गहलोत के वफादार माने जाने वाले विधायकों ने अपने इस्‍तीफे रव‍िवार रात विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी को सौंप दिए। महेश जोशी ने कहा कि हमने इस्‍तीफे दे द‍िए हैं और आगे क्या करना है इसका फैसला अब विधानसभा अध्‍यक्ष करेंगे। इस बीच, राजस्थान के घटनाक्रम पर भाजपा ने कांग्रेस की चुटकी ली है।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ राहुल गांधी की एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा, “कृपया पहले इन्हें जोड़ लें”। भाजपा नेता ने अप्रत्यक्ष तौर पर राजस्थान के सियासी घमासान और कांग्रेस की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कटाक्ष किया। भाजपा भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधती रही है और और पार्टी का कहना है कि कांग्रेस को पहले अंदरूनी कलह को सुलझाना चाहिए।

राजस्थान में जारी है सियासी घमासान

अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे, इसलिए उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा के लिए रविवार को विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी लेकिन इस बैठक से पहले ही गहलोत के वफादार माने जाने वाले विधायक संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर इकट्ठा होने लगे। यहां से वे विधानसभा स्पीकर के आवास पहुंचे और आधी रात तक वहीं रहे। इस दौरान, संसदीय मंत्री धारीवाल, व्हीप चीफ जोशी, मंत्री प्रताप सिंह खाचर‍ियावास भी सीएम निवास गए।

गहराता नजर आ रहा सियासी संकट

इससे पहले मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत उस होटल में गए थे जहां द‍िल्‍ली से आए मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ठहरे हुए थे। वहां इन नेताओं के बीच लंबी बैठक हुई। उधर, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी सीएम आवास पहुंचे। कुछ अन्य विधायक भी विधायक दल की बैठक में भाग लेने पहुंचे लेकिन यह बैठक नहीं हुई। 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 108 विधायक हैं। पार्टी को 13 निर्दलीय उम्मीदवारों का भी समर्थन प्राप्त है। दूसरी तरफ, गहलोत खेमे के विधायकों के इस्तीफे के बाद अब सियासी संकट और भी गहराता नजर आ रहा है।