OP Rajbhar Taunt on Nitish Kumar: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया है। इस बयान में राजभर ने जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पर जातिगत जनगणना को लेकर हमला बोला है। ओम प्रकाश राजभर ने कहा, पहले ये पार्टियां भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाती थीं कि ये जातिगत जनणना में बाधक हैं तो अब बिहार में इनकी सरकार है तो ये जातिगत जनगणना करवा लें।

ओम प्रकाश ने कहा, ‘आरजेडी, कांग्रेस, लेफ्ट और जेडीयू ये लोग कहा करते थे कि बीजेपी जातिगत जनगणना करवाने में बाधक है। वो जातिगत जनगणना नहीं करने दे रही है अब तो आप स्वतंत्र हैं आपकी सरकार अब करवा लीजिए।’ राजभर ने आगे कहा, ‘अब सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को चाहिए कि वो बिहार से ही जातिगत जनगणना की शुरुआत कर दें।’

जानिए जातिगत जनगणना पर क्या बोले थे Nitish Kumar?

23 अगस्त 2021 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 11 नेताओं के प्रतिनिधि मंडल के साथ जातिगत जनगणनो को लेकर पीएम मोदी के साथ बैठक की थी इस बैठक में तेजस्वी यादव भी शामिल थे कुल 40 मिनट तक चली बैठक में सभी नेताओं ने अपने-अपने विचार रखे थे। बैठक के बाद नीतीश कुमार ने बताया था कि सभी लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जातिगत जनगणना की मांग की है। जातिगत जनगणना को लेकर बिहार की सभी राजनीतिक पार्टियां एक मत में हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार के एक मंत्री ने इस पर सहमतिन नहीं जताई थी इस वजह से नीतीश ने बताया कि हमने बाद में बात की पीएम मोदी ने हमारी बात सुनी है।

जानिए जातिगत जनगणना पर क्या बोले थे Tejasvi Yadav?

RJD नेता और बिहार में तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जातिगत जनगणना को लेकर कहा था कि ये ऐतिहासिक काम अब होकर रहेगा, जब जानवरों की गिनती हो रही तो फिर इंसानों की भी गिनती होनी चाहिए। तेजस्वी ने ये भी कहा था कि अगर धर्म के आधार पर गिनती हो रही है, तो जाति के आधार पर भी गिनती होनी चाहिए।

SBSP भी चाहती है देश में जातिगत जनगणना

राजभर ने आगे कहा, “मैंने टीवी, अखबार और सोशल मीडिया के माध्यम से देखा है कि नीतीश कुमार बार-बार जातिगत जनगणना कराने की मांग करते रहे हैं और हर बार वो इसमें बीजेपी को सबसे बड़ा बाधक बताते रहे हैं। अब तो उन्होंने बीजेपी से रिश्ते खत्म कर लिए हैं अब बीजेपी उनके लिए कोई बाधा नहीं खड़ी सकती है। अब तो आपके सहयोगी भी चाहते हैं कि जातिगत जनगणना हो और सुभासपा भी चाहती है कि पूरे देश में जातिगत जनगणना हो।”