सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि सभी को साथ लेकर चलने में कोई चुनौती नहीं है। 2022 विधानसभा चुनाव में मीडिया यही सवाल करती थी कि चाचा- भतीजे का क्या होगा। उन्होंने कहा कि मैंने बार-बार यही कहा कि चाचा-भतीजे एक साथ चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि जब सरकार बनाने-बिगाड़ने का दौर था, तब यह बात कहनी चाहिए थी, अब वो दौर खत्म हो चुका है। शिवपाल ने एक ही सीट पर चुनाव लड़ा, सीट नहीं मिली तो क्या हुआ। उन्होंने कहा कि गठबंधन में जो भी दल शामिल होना चाहें, सभी का स्वागत है।
ओपी राजभर ने कहा, जयंत चौधरी राज्यसभा जाकर विपक्ष को मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा, कपिल सिब्बल और जयंत दोनों की भूमिका अलग अलग है। अखिलेश यादव ने दोनों को मौका देकर 2024 के लिए गठबंधन मजबूत करने का काम किया है। ओपी राजभर ने कहा, विपक्ष के सभी सहयोगी दल साथ हैं। गठबंधन को ताकत देने के लिए और गठबंधन के साथियों को अपने साथ रखने के लिए अखिलेश यादव ने अच्छा फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि उनके इस फैसले के साथ हम लोग भी हैं। जयंत चौधरी के 8 विधायक सदन में हैं, छह विधायक सुभासपा के हैं। सपा के भी 111 विधायक हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी लोग एक साथ हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन धर्म निभाने के लिए अखिलेश यादव ने यह एक अच्छी पहल है।
कपिल सिब्बल को लेकर ओपी राजभर ने कहा कि वो एक अच्छे वकील हैं, उनके सभी दलों में अच्छे संबंध हैं। अखिलेश सरकार ने जो फैसला लिया है, वो अच्छा फैसला है।
उन्होंने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार दोमुंहा सांप की तरह काम कर रही है। सरकार एक तरफ साफ सुधरी छवि को लेकर बात करती है। वहीं दूसरी तरफ ब्लैकलिसिस्टेड कंपनियों को भर्ती करने का काम दे रही है।
एसआई की भर्ती को लेकर उन्होंने कहा कि जब 134 लोग पकड़े जा चुके हैं, तब भर्ती को निरस्त कर देना चाहिए। 69 हजार शिक्षक भर्ती को लेकर उन्होंने कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती में 68 हजार पिछड़ा वर्ग और दलित वर्ग का आरक्षण लूटकर सामान्य वर्ग को दे दिया।