आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक एंव दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पार्टी के अन्य नेता पिछले कई महीनों से दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार ने अपने रोजगार बाजार पोर्टल के जरिए दिल्लीवासियों को प्राइेवेट सेक्टर में 10 लाख नौकरियां प्रदान की हैं। लेकिन आंकड़ों के अनुसार, 1 मई तक केवल 12,588 लोगों को पोर्टल के माध्यम से नौकरी मिली है।
अंग्रेजी वेबसाइट ‘द हिंदू’ के मुताबिक, दिल्ली सरकार के पास उन लोगों का नाम या कोई अन्य विवरण नहीं है जिन्हें वास्तव में नौकरी मिली है। सूत्र के मुताबिक, “यह पोर्टल बड़े पैमाने पर सफल नहीं हो सका और यह पता लगाने के लिए कोई तंत्र नहीं था कि कुल कितने लोगों को नौकरी मिली, या उनसे जुड़ी जानकारी नहीं मिल सकी।”
तमाम कोशिशों के बावजूद दिल्ली सरकार ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। “10 लाख नौकरियों” पर आप सरकार के दावे पिछले 20 महीनों में अलग-अलग रहे हैं, यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि यह दावा किसने किया और कहां किया। मार्च में अंग्रेजी वेबसाइट के साथ इंटरव्यू के दौरान, जब इसके बारे में पूछा गया, तो उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दोहराया कि 10 लाख लोगों को वास्तव में पोर्टल के माध्यम से नौकरी मिली’।
लेकिन आंकड़ों के मुताबिक, नौकरी पोस्ट करने वाले लोगों द्वारा केवल 76,646 उम्मीदवारों की “स्क्रीनिंग” की गई और जुलाई 2020 में इसकी शुरूआत से एक मई तक 12,588 उम्मीदवार चुने गए थे। सरकार ने इसका विस्तृत डेटा कभी सार्वजनिक नहीं किया।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मार्च में इंडिया टुडे के साथ एक इंटरव्यू में कहा था, “दिल्ली सरकार के वेब पोर्टल में लगभग 10 लाख नौकरियों का विवरण है, दिल्ली सरकार के रोजगार पोर्टल पर जाकर देखें।” लेकिन पोर्टल पर दी गई नौकरियों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
आम आदमी पार्टी ने कई मौकों पर 10 लाख नौकरियां देने का दावा किया है, चुनावी रैलियों से लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस और बजट भाषण से लेकर इंटरव्यू में तक में ये दावे किए गए हैं और पार्टी दिल्ली में ‘केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस’ के रूप में इसे पेश करती रही है।
सरकार ने पहली बार ’10 लाख’ के आंकड़े का इस्तेमाल पोर्टल के लॉन्च के 10 दिनों के भीतर किया था। तत्कालीन रोजगार मंत्री गोपाल राय ने 7 अगस्त, 2020 को एक बयान में कहा था, “10 लाख लोगों की वेकैंसी अब तक क्लोज हुई हैं क्योंकि उन्हें जरूरी संख्या में लोग मिल गए थे।” 12 जनवरी, 2022 को पंजाब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, “हमने COVID के दौरान 10 लाख बच्चों को रोजगार दिया है।”