भारत पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस तनाव के बीच पाकिस्तान की तरफ से जासूसी को अंजाम देने के लिए बड़ी संख्या में फोन कॉल्स किए जा रहे हैं। पाकिस्तान से सटे राजस्थान के जैसलमेर में भी ऐसी कॉल्स की संख्या बढ़ गई है। जैसलमेर के एसपी सुधीर चौधरी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि तनाव के कारण जासूसी वाले कॉल्स की संख्या बढ़ गई है।
उन्होंने बताया कि इसको लेकर अधिकारियों को अलर्ट किया गया है। ऐसे हालातों में फेक कॉलर खुद को आर्मी अधिकारी या अन्य किसी अधिकारी के रूप में प्रस्तुत करते हैं और जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं लेकिन सभी अधिकारी सतर्क हैं। एसपी सुधीर चौधरी ने आगे कहा कि फेक कॉल्स के जरिए वो लोग डिफेंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं।
अधिकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी भारतीय सेना की मूवमेंट के बारे में भी जानना चाहते हैं। वो हनी ट्रैप के जरिए भी लोगों को फंसाना चाहते हैं। वो लोगों को एजेंट बनाने की कोशिश भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में एक मामले में जैसलमेर पुलिस ने एक एजेंट को गिरफ्तार किया है और उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया है।
इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि जैसलमेर में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे पाकिस्तानियों से कहा गया है कि अगर सीमा पार से उनके रिश्तेदार उनपर किसी तरह का प्रेशर डाल रहे हैं तो वे पुलिस को जानकारी दें।
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मुख्यमंत्री खुद ले रहे हालातों की जानकारी
राजस्थान सरकार में मंत्री जवाहर सिंह जवाहर सिंह बेढम ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि राजस्थान एक बॉर्डर स्टेट है। इसलिए मुख्यमंत्री खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी इंटरनल सिक्योरिटी मजबूत है, ताकि कोई समस्या न हो। बॉर्डर पर सिक्योरिटी फोर्स तैनात हैं। सरकार के आदेशानुसार, वे सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं।
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