राजधानी दिल्ली में आटो और टैक्सी यूनियनों के एक वर्ग द्वारा सोमवार को हड़ताल की चेतावनी देने के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि सम-विषम योजना असफल हो लेकिन जनता उनके षड्यंत्र को असफल कर देगी। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘भाजपा लोगों से सम-विषम तोड़ने की अपील करती है। भाजपा ऑटो यूनियन हड़ताल आहूत करती है। जनवरी में भी भाजपा ने अधिकारियों की हड़ताल का षड्यंत्र करके सम-विषम को असफल बनाने का प्रयास किया था। कृपया भाजपा को असफल करें और सम-विषम को सफल बनाएं।’’
उन्होंने कहा, ‘आरएसएस और भाजपा चाहती है कि समविषम असफल हो लेकन दिल्ली एक बार फिर भाजपा को असफल करेगी। मीडिया ने भाजपा के दुर्भावनापूर्ण व्यवहार को उसके और आप के बीच राजनीति के तौर पर पेश किया है। क्या उसमें उनकी बुराइयों को बताने का साहस है’। केजरीवाल ने भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल के उस बयान का भी उल्लेख किया जिसमें उन्होंने कहा है कि वह योजना के विरोध स्वरूप सोमवार को नियम का उल्लंघन करेंगे। गोयल ने इस योजना को आप प्रमुख का प्रचार का हथकंडा करार दिया।
दिल्ली में सम-विषम योजना का शनिवार को दूसरा दिन था। सरकारी छुट्टी होने के कारण शनिवार को सड़कों पर वाहन काफी कम संख्या में नजर आए। सोमवार की तैयारी के तहत सरकार ने दिल्ली मेट्रो को लेकर कई फैसले किए हैं। दिल्ली मेट्रो के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां 30 अप्रैल तक रद्द कर दी गई हैं। डीएमआरसी के पांच अधिकारियों की एक टास्क फोर्स भी बनाई गई है, जो यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने और किसी भी तरह की परेशानी से निपटने को लेकर फैसले लेगी। परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सम-विषम मामले में सोमवार को सरकार की अग्निपरीक्षा होगी। उन्होंने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे कार पूलिंग और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर ज्यादा ध्यान दें। वैसे सम-विषम के दौरान राजधानी में वायु प्रदूषण का हाल क्या रहा, इसका जवाब फिलहाल सरकार के पास नहीं है।
राय ने कहा कि वे इस बारे में विभागों से डाटा इकट्ठा कर रहे हैं। शनिवार दोपहर तक सम-विषम का उल्लंघन करने वाले 578 लोगों का चालान काटा गया। इनमें 438 चालान यातायात पुलिस और 140 चालान परिवहन विभाग की टीमों ने काटे। इनमें से करीब 50 फीसद चालान अन्य राज्यों से दिल्ली आने वाले लोगों के थे। दिल्ली सरकार राजधानी की सभी सीमाओं पर सम-विषम से संबधित करीब 25 बोर्ड लगा रही है, ताकि अन्य राज्यों से आने वालों को इसकी जानकारी मिल सके। सरकार ने राजधानी से सटे राज्यों को सम-विषम योजना के बाबत पत्र भी लिखे थे, ताकि वे अपने राज्यों में इसका प्रचार कर दें, और दिल्ली आने वालों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
सम-विषम के पहले दिन शुक्रवार को 1638437 यात्रियों ने दिल्ली मेट्रो और 1685478 यात्रियों ने दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों में यात्रा की। शुक्रवार को शाहदरा से रिठाला वाले मेट्रो के रेडलाइन रूट में तकनीकी गड़बड़ी आ गई थी, जिसकी वजह से इस रूट पर काफी देर तक मेट्रो की सेवाएं भी बंद रहीं। इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने मेट्रो के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। परिवहन मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को मेट्रो की तैयारियों का जायजा भी लिया। दिल्ली में शनिवार को भी कई स्कूल खुले थे।
सरकार का दावा है कि सभी स्कूलों में बच्चों की हाजिरी पहले के दिनों की तरह ही रही। कार के जरिए स्कूल आने-जाने ज्यादातर बच्चे कार पूलिंग के जरिए स्कूल पहुंचे या फिर उनके अभिभावकों ने स्कूटर या मोटरसाइकिल से उन्हें स्कूल छोड़ा। दिल्ली सरकार ने अभिभावकों से अपील की है कि वे सोमवार को कार पूलिंग का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। सोमवार को सरकार के सभी उपायुक्त, एसडीएम व तहसीलदार भी सम-विषम की निगरानी करेंगे। ये सभी अधिकारी सड़कों पर रहेंगे और परिवहन विभाग की टीमों को सहयोग करेंगे।
परिवहन मंत्री गोपाल राय ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भाजपा से संबंधित ऑटो-टैक्सी चालकों की एक यूनियन ने सोमवार को हड़ताल बुलाई है, ताकि लोगों को परेशानी का सामना करना पड़े। भाजपा सांसद विजय गोयल कह रहे हैं कि वे सोमवार को सम-विषम का उल्लंघन करेंगे और चालान कटवाएंगे। राय ने कहा कि भाजपा को दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य की चिंता नहीं है। गोपाल राय ने कहा कि सम-विषम के पहले चरण को फेल करने के लिए भी भाजपा ने कई कोशिशें की थीं, लेकिन वे उसमें सफल नहीं हो पाए थे। सोमवार को जो ऑटो-टैक्सी यूनियन हड़ताल कर रही है, वह भाजपा से जुड़ी है। राय ने बताया कि 14 मार्च को दिल्ली की सभी ऑटो-टैक्सी यूनियनों की उनके साथ बैठक हुई थी और उनकी मांगों पर विचार किया गया था। उस बैठक में भाजपा समर्थित यूनियन नहीं पहुंची थी। उसके बाद 28 मार्च को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद ऑटो-टैक्सी चालकों के साथ बैठक की थी। सरकार ऑटो-टैक्सी चालकों की मांगों को लेकर जल्द ही कोई हल निकालेगी। राय ने भाजपा पर ऊबर और ओला जैसी टैक्सी कंपनियों को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया है।
उन्होंने कहा कि वे पहले भी केंद्रीय परिवहन मंत्री को पत्र लिख चुके हैं कि ऊबर और ओला के सर्वर बंद कर दिए जाएं, ताकि ये अपना धंधा न फैला सकें, लेकिन अभी तक केंद्र सरकार ने इन कंपनियों का सर्वर बंद नहीं किया है। उन्होंने कहा कि अगर इन कंपनियों को दिल्ली में काम करना है, तो इनके चालकों को भी परिवहन विभाग से बैज लेने पड़ेंगे और उनके स्टाफ की जानकारी दिल्ली सरकार के पास होगी।