बिहार में हुए उपचुनावों में जनता दल (यू) की जीत पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य की जनता ने उनके धुर-विरोधी लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। दोनों सीटों पर कुमार की पार्टी जनता दल (यू) ने राष्ट्रीय जनता दल को हराया है। नीतीश कुमार ने पार्टी प्रदेश मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उपचुनाव हमारे लिए एक दुखद मौका था, क्योंकि हमारे मौजूदा विधायकों की मृत्यु के कारण उपचुनाव की नौबत आयी। मैंने हमेशा माना है कि लोगों की इच्छा सर्वोपरि है। जनता ने हम पर भरोसा जताया है। जब तक उनका विश्वास बना रहेगा, हम उनकी सेवा करते रहेंगे।”

कुमार ने नवनिर्वाचित उम्मीदवारों- गणेश भारती और राजीव कुमार सिंह- को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक समारोह में कहा कि हमारे उम्मीदवार जद (यू) के थे, लेकिन पूरे राजग ने जमीनी स्तर तक उनका मजबूती से समर्थन किया। बताते चलें कि भारती और सिंह ने कुशेश्वरस्थान (सुरक्षित) और तारापुर विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की है।

खराब स्वास्थ्य के बावजूद चुनाव प्रचार में उतरकर राजद की जीत का दावा करने वाले लालू प्रसाद की विफलता के बारे में भी पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं उनके बारे में क्या कह सकता हूँ? चुनाव के दौरान उन लोगों ने किस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया? यह अंतर है। हम लोगों की सर्वोच्चता में विश्वास करते हैं। वे (प्रसाद और उनका परिवार) हर किसी पर अधिकार जमाने में विश्वास करते हैं। लोगों ने अपनी पसंद साफ कर दी है।

इस बीच नीतीश कुमार के विश्वासपात्र माने जाने वाले मंत्री संजय कुमार झा ने राजधानी दिल्ली में बातचीत में कहा कि बिहार उपचुनाव के नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि भले ही लोगों को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार से कुछ शिकायतें हों, लेकिन वे राजद को एक विकल्प के रूप में नहीं मानते हैं। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि कुमार राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सर्वसम्मत नेता बने हुए हैं।

झा ने कहा, ”नीतीश कुमार राजग के सर्वसम्मत नेता थे और हैं। उपचुनाव के नतीजों ने साबित कर दिया है कि लोगों का उन पर विश्वास बरकरार है। जनता अपनी शिकायतों को दूर करने के लिए नीतीश कुमार से अपेक्षा रखती है, क्योंकि उन्हें मुख्यमंत्री से बड़ी उम्मीदें हैं, जबकि राजद शासन से जनता को कभी कोई उम्मीद नहीं रही।’’जद (यू) महासचिव ने कहा कि अपने 15 साल के शासन में कुमार ने ”समावेशी” राजनीति की है, जो उन्हें समाज के सभी वर्गों का पसंदीदा बनाती है।