Nitish Kumar on KCR Rally: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तमाम विपक्षी पार्टियां भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल करने के लिए एकजुट होने की कोशिश कर रही हैं। इसी को लेकर भारत राष्ट्र समिति (BSR) के प्रमुख और तेलांगना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) ने खम्मम जिले में बुधवार (18 जनवरी, 2023) को विपक्ष के दिग्गज नेताओं के साथ महारैली का आयोजन किया था। तेलंगाना सीएम की रैली की जो सबसे खास बात थी, वो यह थी कि इस रैली में न तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिखे और न ही डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव नजर आए।

वहीं न्योता नहीं मिलने की अटकलों के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मैं किसी और काम में व्यस्त था और मुझे केसीआर की रैली के बारे में पता ही नहीं था। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों को रैली में में बुलाया गया होगा, वो वहां गए होंगे। मुझे बुलाते तो भी नहीं जा पाता।

मेरी कोई व्यक्तिगत ख्वाहिश नहीं: नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में संवाददाताओं से कहा, “मैं कहता रहता हूं। मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए। मेरा केवल एक ही सपना है। विपक्षी नेताओं को एकजुट होकर आगे बढ़ते हुए देखना। इससे देश को फायदा होगा। मेरी कोई व्यक्तिगत ख्वाहिश नहीं है।’

केसीआर की महारैली में कई पार्टियां के दिग्गज हुए थे शामिल

तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, भाकपा महासचिव डी राजा समेत कई बड़े नेता शामिल हुए थे। वहीं कांग्रेस इस वक्त भारत जोड़ो यात्रा पर ध्यान केंद्रित कर रही है। वहीं जनसभा को संबोधित करते हुए केसीआर ने कहा था कि अगर बीआरएस सत्ता में आती है तो सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना को समाप्त कर दिया जाएगा। राव ने केंद्र की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को ‘विफल’ बताया और कहा कि ‘रायथु बंधु’ जैसी कल्याणकारी योजनाओं को पूरे देश में लागू की जानी चाहिए।

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक गैर-कांग्रेसी विपक्षी मोर्चे की ओर से यह पहला बड़ा कदम प्रतीत होता है। गौरतलब है कि नीतीश कुमार कई बार भाजपा के खिलाफ विपक्ष की एकजुटता की वकालत करते दिखे हैं।