एनआईए ने रविवार (7 अगस्त 2022) को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए नागरिकों की पहचान हमीदुल्लाह और मोहम्मद सहादत हुसैन के रूप में हुई है। एनआईए ने जानकारी दी कि भोपाल के ऐशबाग से तीन अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों सहित जमात-उल-मुजाहिद्दीन (जेएमबी) के छह सक्रिय कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के मामले में दो और बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी के एक प्रवक्ता ने 8 अगस्त को जानकारी दी कि दो कट्टरपंथी बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार किया गया था। ये दोनों घृणित और आपत्तिजनक सामग्री ऑनलाइन पोस्ट करके भारत में जिहाद के प्रचार में शामिल थे।
एनआईए ने कहा कि हमीदुल्लाह, जिन्हें मफकीर, समद अली मियां और तल्हा उपनामों से भी जाना जाता है और हुसैन गिरफ्तार किए गए छह जेएमबी सदस्यों के करीबी सहयोगी थे। साथ ही भारत और बांग्लादेश में अपने सहयोगियों के साथ संवाद करने के लिए एन्क्रिप्टेड ऐप का उपयोग करते हुए पाए गए थे। जमात-ए-इस्लामी मामले में एनआईए ने जम्मू-कश्मीर के डोडा और जम्मू जिलों में भी तलाशी ली।
भारत में जिहाद फैलाने का आरोप: प्रवक्ता ने कहा, “गिरफ्तार आरोपी कट्टरपंथी व्यक्ति हैं और दूसरे लोगों को कट्टरपंथी बनाने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई समूहों में घृणित और आपत्तिजनक सामग्री ऑनलाइन पोस्ट करके जिहाद का प्रचार करने में शामिल हैं।” एनआईए के अधिकारी ने बताया कि इन नागरिकों की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक कुल नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एनआईए ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी जेएमबी विचारधारा का प्रचार करने और युवाओं को भारत के खिलाफ जिहाद करने के लिए प्रेरित करने में शामिल थे।
अप्रैल में भी हुई थी गिरफ्तारी: मामला शुरू में 14 मार्च 2022 को पुलिस स्टेशन एसटीएफ भोपाल में दर्ज किया गया था और 5 अप्रैल को एनआईए द्वारा दोबारा रजिस्टर किया गया था। इससे पहले अप्रैल में भोपाल में जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) मॉड्यूल के 4 सदस्य पकड़े गए थे। भोपाल के ऐशबाग थाने से करीब 200 मीटर दूर फातिमा मस्जिद के पास अहमद अली कॉलोनी के एक मकान पर मध्य प्रदेश STF ने धावा बोला था। जहां से JMB मॉड्यूल से जुड़े सदस्यों 4 को गिरफ्तार किया था। गृह मंत्रालय ने मामले की जांच NIA को सौंप दी थी।
