जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने सोमवार को सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश लगातार चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं। भाजपा नीत एनडीए ने बिहार में उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा। राज्य विधानसभा चुनाव परिणाम आया तो जेडीयू राज्य में तीसरे नंबर की पार्टी बनकर रह गई। पार्टी महज 43 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी जबकि भाजपा ने 74 सीटों पर जीत हासिल की।
कम सीटें आने के बाद भी नीतीश कुमार को राज्य का सीएम बनाए जाने पर चर्चा है कि भाजपा के पास सीएम चेहरा नहीं है इसलिए उन्हें मजबूरी में राज्य की जिम्मेदारी सौंपी गई। टीवी चैनल न्यूज18 इंडिया के ओपन डिबेट शो ‘भैयाजी कहिन’ में भी आरजेपी प्रवक्ता नवल किशोर ने इसी मुद्दे पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा, भाजपा कितना भी दावा करती है आज भी बिहार में उसके पास कोई चेहरा नहीं है।
Bihar Oath Ceremony 2020 LIVE Updates
आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि आज पीएम मोदी को कहना पड़ता है कि मेरा चेहरा नीतीश कुमार हैं। बिहार की जनता ने उन्हें नकार दिया। इसके जवाब में भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आरजेडी जिन 75 सीटों पर घमंड कर रही है उसी जनता ने 126 सीटें एनडीए को दी हैं और बहुमत की सरकार बनवाई है।
भाजपा के पास बिहार में नहीं है कोई चेहरा, मजबूरी में नीतीश कुमार को बनाया अपना चेहरा: प्रो.नवल किशोर
देखिए, #भैयाजी_कहिन pic.twitter.com/2s0h7XxXpz— News18 Hindi (@HindiNews18) November 16, 2020
उन्होंने कहा कि आरजेडी ने 75 सीट जीत लीं तो ये बहुत अच्छा है मगर लोकतंत्र में एनडीए ने 125 सीटें जीत लीं ये बहुत खराब है। उन्होंने कहा कि आरजेडी सीटें 2015 के चुनाव की तुलना में घटी हैं, अधिक नहीं आई हैं। इसके उलट भाजपा की सीट संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
इधर आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी विधानसभा चुनाव का आंकड़ा देखा जा सकता है कि आरजेडी कभी भी वोट प्रतिशत के आधार पर मुख्य विपक्षी दल रही है। हाल के चुनाव में भी वोट प्रतिशत आरजेडी का सबसे अधिक रहा। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव हम जीत रहे थे मगर जनादेश की चोरी करने वालों ने मतदान को भी मैनेज करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की बनी हुई सरकार को हटाया गया।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को 125 सीटें मिलीं जिसमें नीतीश कुमार की जेडीयू को 43 सीटें मिलीं जबकि भाजपा को जेडीयू 31 सीट अधिक (74 सीट) हासिल हुई।