लोकसभा में बुधवार (11 मई) को शिवसेना के एक सदस्य ने संसद सदस्यों का वेतन बढ़ाने के लिए विधेयक लाने की मांग करते हुए कहा कि सांसदों का वेतन राज्यों के विधयकों से भी कम है। शून्यकाल में शिवसेना के कृपाल बालाजी तुमाने ने इस विषय को उठाते हुए कहा कि वह अपने क्षेत्र विशेष का नहीं बल्कि सभी सांसदों से जुड़े हुए महत्त्वपूर्ण मुद्दे को उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनेक राज्यों में विधायकों को सांसदों से अधिक वेतन मिलता है। उन्होंने कहा कि इस संसद में अधिकतर सांसद मध्यम वर्ग के हैं और सभी सामान्य लोग हैं। तुमाने ने कहा-‘हम मौजूदा वेतन में अपने दफ्तर में आने वाले लोगों को चाय पिलाने का खर्च भी नहीं उठा सकते।’ उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता वाली एक संसदीय समिति ने सांसदों का वेतन शत-प्रतिशत बढ़ाने की सिफारिश की है।

नेपाल सीमा पर भी बाड़ लगे: शून्यकाल के दौरान भाजपा के निशिकांत दुबे ने नेपाल पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि कमजोर देश होने के बाद भी भारत को धमकाने का प्रयास कर रहा है और चीन के साथ जाना चाहता है। उन्होंने नेपाल के साथ देश की करीब 1485 किलोमीटर लंबी सीमा पर भी पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं की तरह बाड़ लगाए जाने की पुरजोर वकालत भी की। दुबे ने कहा कि नेपाल में प्रतिकूल घटनाक्रम की खबरें सुनने में आ रहीं हैं। उसने भारत में अपने राजदूत को वापस बुलाया है और काठमांडो स्थित भारतीय राजदूत को भी वापस भेजने की साजिश रच रहा है।

उन्होंने दावा किया कि 1950 की एक संधि के अनुरूप भारत के साथ सहयोग रखने वाला नेपाल अब चीन के अधिक करीब जा रहा है और भारत को धमकाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि चीन से अधिक निकटता की वजह से नेपाल का इस्तेमाल भारत में पशुपति से तिरुपति तक नक्सलवाद बढ़ाने में किया जा रहा है।

दुबे ने कहा कि नेपाल के साथ भारत की खुली सीमा भारत विरोधी ताकतों के लिए ‘नर्व सेंटर’ रही है जैसा आइसी-814 विमान अपहरण की घटना में भी देखा गया था। भाजपा सदस्य ने कहा कि नेपाल जैसा कमजोर देश अब तक हम पर निर्भर था, आज हमें धमकाने का प्रयास कर रहा है।