कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को शहर के आंदोलनरत सफाई कर्मचारियों के बीच पहुंचे और केंद्र व दिल्ली सरकार पर लंबे-चौड़े वादे पूरे करने में विफल रहने के लिए निशाना साधा। उन्होंने दोनों पर अपनी जिम्मेदारियों को एक-दूसरे पर डालने का आरोप भी लगाया।
राहुल गांधी हड़ताली सफाई कर्मचारियों के धरने में शामिल हुए और उन्हें आश्वस्त किया कि वे अब उनकी जिम्मेदारी हैं। सफाई कर्मचारी वेतन बकाए का भुगतान न होने के विरोध में दो जून से हड़ताल पर हैं। उन्होंने कहा कि आप दिल्ली सरकार के पास जाएं तो वे कहते हैं कि केंद्र जिम्मेदार है। आप केंद्र सरकार के पास जाएं तो वे कहते हैं दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। ये सब बहाने हैं और आपको तब तक कुछ नहीं मिलेगा जब तक कि आप अपनी ताकत नहीं दिखाएंगे। और मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं आपकी जिम्मेदारी उठाऊंगा।
राहुल गांधी ने कहा- आपके साथ बैठकर, मैं भी अपनी थोड़ी सी ताकत इसमें जोड़ रहा हूं। मेरे पास समय है। आप मुझे बताएं और मैं यहां एक घंटे, दो घंटे या यहां तक कि दस घंटे बैठने को तैयार हूं। आपने सही दिशा में कदम उठाया है। मांगने से आपको कुछ नहीं मिलेगा। आपको संगठित होना होगा और अपनी ताकत दिखानी होगी। राहुल गांधी ने यहां पटपड़गंज में पूर्वी दिल्ली नगर निगम के हड़ताली सफाई कर्मचारियों से मुलाकात की, जहां उनका कार्यालय स्थित है और उनसे कहा कि वे ताकत और एकता प्रदर्शित करें ताकि उनके मुद्दों का समाधान हो।
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी जब दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के पास जाते हैं तो ये दोनों अपनी जिम्मेदारी एक दूसरे पर टालते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बहानों से कर्मचारियों का भला नहीं होने वाला है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने सफाई कर्मचारियों को सैनिक करार दिया और उन्हें भरोसा दिया कि वे जब कभी उन्हें बुलाएंगे, वे आएंगे और उनके साथ पंद्रह दिन तक भी बैठने को तैयार हैं।
राहुल गांधी सफाई कर्मचारियों के साथ जमीन पर बैठे और उनकी समस्याएं और शिकायतें सुनीं। राहुल के साथ कांग्रेस के दिल्ली मामलों के प्रभारी पीसी चाको और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन भी थे। सफाई कर्मचारी वेतन बकाए का भुगतान न होने के विरोध में दो जून से हड़ताल पर हैं, जिसके चलते सड़कों पर कूड़े का अंबार लग गया है और निवासियों को काफी कठिनाई हो रही है।