राष्ट्रीय राजधानी में गाड़‍ियों से जुड़ी सम-विषम योजना 15 अप्रैल से फिर लागू होगी। यह योजना अगले 15 दिन के लिए होगी।  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को इस बात का एलान किया। केजरीवाल ने कहा कि दिल्‍ली की जनता चाहती है कि यह फॉर्मूला स्‍थाई तौर पर लागू हो, लेकिन फिलहाल ऐसा करना मुमकिन नहीं है।
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वायु प्रदूषण कम करने के मकसद से सम-विषम योजना को एक से 15 जनवरी तक लागू किया गया था और रविवार को इस योजना से छूट थी। इसके बाद सरकार ने ई-मेल, मिस्ड कॉल, आॅनलाइन फॉर्म और इंटरेक्टिव वायस सिस्टम से करीब नौ लाख लोगों से संपर्क किया। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘आॅनलाइन फॉर्म से करीब 28 हजार 300 सुझाव प्राप्त हुए जबकि अन्य नौ हजार और एक लाख 82 हजार 808 सुझाव क्रमश: ई-मेल और मिस्ड कॉल से प्राप्त हुए। लोगों का सुझाव जानने के लिए सरकार ने नौ लाख से ज्यादा कॉल किए’। इस विषय पर जनसभा करने वाले आप विधायकों ने दावा किया कि इस योजना को फिर से लागू करने के लिए लोगों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली।

राजधानी में सम-विषम योजना के लागू होने से वायु प्रदूषणकितना कम हुआ, उस पर तो अभी विवाद है, लेकिन इस योजना से दिल्ली की सड़कों पर वाहनों का आना-जाना आसान हो गया था। दिल्ली में एक दिन सम नंबर के वाहन सड़को पर निकलते थे और अगले दिन विषम नंबर के वाहन सड़को पर निकलते थे। उस तरह से दिल्ली में रोजाना करीब नौ लाख वाहन सड़कों पर कम निकलते थे।