आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर दिल्ली में कई मंदिरों को तोड़ने की योजना बनाने का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली के 53 मंदिरों को गिराना चाहती है। मंदिरों को चिह्नित कर लिया गया है। आरोप है कि बीजेपी की इस योजना से उसका हिन्दू-विरोधी चेहरा सामने आ गया है।
तीमारपुर से आप विधायक दिलीप कुमार पांडेय ने असेंबली में बीजेपी पर आरोप लगाया कि ये पार्टी पूरी तरह से हिंदू विरोधी है। उनका कहना था कि लंदन में उनके एक परिचित ने उनके पास एक वीडियो भेजा था, जिसमें कनाडा के एक शख्स ने लंदन के व्यक्ति से पूछा कि क्या वो हिंदू हैं। उसने कुछ नारे लगवाने के बाद लंदन के दोस्त को सलाह दी कि उसे बीजेपी ज्वाईन करनी चाहिए। उसने कनाडा के व्यक्ति से उनकी सलाह पर आपत्ति जाहिर की। एक कविता सुनाकर दिलीप पांडेय का कहना था कि बीजेपी कहना चाहती है कि हमारी तरह से बर्चाव करोगे तभी हिंदू माने जा सकते हो।
दिलीप पांडेय का कहना था कि बीजेपी शापिंग मॉल बनाने के लिए बनारस में करीब पौने दो सौ और विकास के नाम पर अयोध्या में तीन सौ मंदिर ध्वस्त कर चुकी है। जम्मू कश्मीर में बीजेपी की आईटी सेल के इंचार्ज की अरेस्ट पर उनका कहना था कि ये लोग आतंकियों से मिले हुए हैं। उन्हें पोषित करते हैं। ये लोग फर्जी हिंदुत्व की बात करते हैं। उनका कहना था कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को बताना होगा कि दिल्ली के मंदिरों को तोड़ने की बात वो क्यों कर रही है। सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी से बीजेपी का चेहरा उजागर हो गया है।
MLA @dilipkpandey ने BJP के फ़र्ज़ी हिंदुत्व और फ़र्ज़ी देशभक्ति को किया Expose‼️
?BJP, Varanasi और Ayodhya के सैकड़ों मंदिर तोड़ने के बाद अब Delhi के 53 मंदिर तोड़ना चाहती है।
?Udaipur की वारदात में पकड़ा गया हत्यारा और Jammu-Kashmir में पकड़ा गया आतंकवादी BJP कार्यकर्ता है। pic.twitter.com/GHbezZkR6P
— Aam Aadmi Party Delhi (@AAPDelhi) July 5, 2022
संजय सिंह ने भी साधा निशाना
आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि केंद्र ने दिल्ली सरकार को मंदिरों की सूची भेजकर उन्हें गिराने के लिए धार्मिक समिति की मंजूरी मांगी है। संजय सिंह ने कहा कि पूरे देश में बीजेपी धर्म रक्षा के नाम पर नाटक करते हैं। खुद को धर्म रक्षक बताते हैं। लेकिन दूसरी तरफ हिंसा करवाकर घृणा फैलाते हैं।
उनका कहना है कि केंद्र ने गिराए जाने वाले मंदिरों की लिस्ट तैयार कर ली है। इसमें दिल्ली के कई प्राचीन और नामी मंदिर शामिल हैं। केंद्र ने दिल्ली सरकार को पत्र भेजकर कहा है कि उसे इन 53 मंदिरों को गिराने के लिए धार्मिक समिति की अनुमति चाहिए। यही बीजेपी का असली चेहरा है।