Coronavirus in India: दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम में एक तबलीगी जमात के कार्यक्रम शामिल होने के लिए पहुंचे विदेशी नागरिकों के वीजा उल्लंघन का मामला सामने आया है। मंगलवार (31 मार्च, 2020) को न्यूज एजेंसी एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। भारत सरकार द्वारा जारी भारतीय वीजा नीति निर्देशों के अनुसार धार्मिक विचारधाराओं का प्रचार करना, धार्मिक स्थानों पर भाषण देना, धार्मिक विचारधाराओं से संबंधित ऑडियो-विज़ुअल डिस्प्ले/पर्चे का वितरण करने की अनुमति नही हैं।
ऐसे में धार्मिक समारोह में भाग लेने वाले सभी विदेशी नागरिकों का वीजा वर्जित किया जा सकता है। इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के सैकड़ों प्रतिनिधियों ने मार्च के दूसरे सप्ताह के बाद तक तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लिया था। विदेशी नागरिकों के अलावा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हरियाणा, बिहार और पंजाब समेत 20 राज्यों से भी सैकड़ों लोग आए थे। सरकार ने इनकी लिस्ट जारी कर दी है।
Coronavirus संकटः निजामुद्दीन में धार्मिक सभा में हिस्सा लेने वाले 6 लोगों की कोविड-19 से मौत
दरअसल भारत में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच जमात की 18 मार्च को हुई इस बैठक से हड़कंप मच गया है। तबलीगी जमात से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले 10 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। मृतकों में तेलंगाना, कर्टनाक, जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं।
ऐसे में यह पूरा इलाका ही अब कोरोना वायरस का केंद्र बनता नजर आता है। जानकारी के मुताबिक कोरोना के खतरे के बावूजद बिना इजाजत 18 मार्च को धार्मिक कार्यक्रम किया गया, जिसमें विदेशियों के साथ करीब दो हजार लोग शामिल हुए। जिससे सैकड़ों लोगों के कोरोना की चपेट में आने का खतरा पैदा हो गया।
इसी बीच मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने अपने आवास पर पत्रकारों को बताया कि 1,033 लोगों को विभिन्न स्थानों पर भेजा गया है। मंत्री ने कहा कि समारोह में शामिल हुए लोगों को पृथक किया गया है और करीब 335 लोग अस्पताल में भर्ती हैं।’ जैन ने बताया कि तबलीग-ए-जमात आयोजन में शामिल हुए लोगों की सरकार जांच कर रही है।
वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को जमात की अगुवाई करने वाले मौलाना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था। पुलिस ने निजामुद्दीन पश्चिम में एक प्रमुख इलाके की घेराबंदी कर दी।

