दिल्ली में अधिकारियों की पोस्टिंग और ट्रांसफर को लेकर केंद्र सरकार के अध्यादेश को विफल करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तमाम विपक्षी दलों के प्रमुखों से मुलाकात कर रहे हैं। वह कई विपक्षी दलों से मिल चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्होंने कांग्रेस के किसी भी नेता से इस मुद्दे पर मुलाकात नहीं की है। इस बीच खबर है कि कांग्रेस ने इस मुद्दे पर उनका साथ देने का विरोध किया है।

एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ दिल्ली कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई है, जिसमें नेताओं ने उन्हें इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी का साथ नहीं देने की सलाह दी है। नेताओं का ऐसा कहना है कि इससे पार्टी को नुकसान हो सकता है। हालांकि, इससे पहले जब विपक्षी एकता पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की थी तो इस दौरान, पार्टी नेतृत्व ने आप का साथ देने का संदेश दिया था।

दिल्ली में प्रशासनिक अधिकारियों के तबादलों और पोस्टिंग से जुड़े मामले में काफी समय से केंद्र और अरविंद केजरीवाल सरकार के बीच विवाद चला आ रहा है। कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस पर फैसला सुनाते हुए अधिकारियों से जुड़े फैसले लेने की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार को दी थी। इसके बाद 19 मई को केंद्र सरकार ने इस पर अध्यादेश जारी कर दिया। इसके मुताबिक, अधाकरियों की पोस्टिंग और तबादलों पर फैसला लेने का अधिकार उपराज्यपाल का होगा। अब इस पर संसद में कानून भी बनाया जाएगा। संसद में इसे विफल करने के लिए ही अरविंद केजरीवाल विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं।

केंद्र ने अध्यादेश लाने से एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट में उसके फैसले पर फिर विचार करने की भी अपील की थी। 11 मई को सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने फैसला सुनाया था और दिल्ली सरकार को इस पर फैसले लेने का अधिकार दिया था। अरविंद केजरीवाल अभी तक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तेलंगाना के सीएम केसीआर, शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और बिहार सीएम नीतीश कुमार समेत कई विपक्षी दलों के प्रमुखों से मुलाकात कर चुके हैं।